एसपी प्रखर पांडेय और एएसपी विजय पांडेय रात को थानों के निरीक्षण पर निकले। वे सबसे पहले जामुल थाना पहुंचे। वहां सबकुछ ठीक मिलने पर टीआई मंजुलता राठौर का उत्साह बढ़ाया। इसके बाद करीब रात १ बजे नंदिनी थाना पहुंचे। वहां मुंशी पुरुषोत्तम लाल सो रहा था। एसपी ने उसे आवाज देकर उठाया। वह टी शर्ट पहना हुआ था। थाने में बलात्कार का आरोपी था बावजूद वह सो रहा था।
प्रधान आरक्षक भागवत प्रसाद और आरक्षक महेन्द्र सिंह की गश्त ड्यूटी थी, लेकिन दोनों गश्त पर निकले ही नहीं थे। आरक्षक सोनू चौहान की भी गश्त ड्यूटी छोड़ वह शराब के नशे में था। आरक्षक उमेश चंद्रवंशी भी हाजिरी ड्यूटी में सोते हुए मिले। एसपी ने टीआई लक्ष्मी नारायण जायसवाल को नसीहत दी कि इस क्षेत्र में बलवा जैसे अपराध होते रहते हैं। बावजूद इस तरह की लापरवाही कर रहे हैं।
सेक्टर 1 उपकोषालय में ड्यूटी के दौरान 59 वर्षीय प्रधान आरक्षक को दिल का दौरा पड़ा। उसे तत्काल अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। भट्टी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम किया। घटना शुक्रवार की रात सेक्टर १ उप कोषालय की है। पुलिस के मुताबिक प्रधान आरक्षक हसंराम साहू पुलिस लाइन में तैनात थे। छावनी में पुलिस लाइन में परिजनों के साथ रहते थे। सेक्टर १ उपकोषालय में गार्ड इंचार्ज के रूप में ड्यूटी कर रहे थे।
एसपी प्रखर पांडेय ने बताया कि रात में दो थानों का निरीक्षण करने पहुंचा। जामुल थाना में सब ठीक मिला, लेकिन नंदिनी थाना में ड्यूटी पर तैनात आरक्षकों की गश्त ड्यूटी लगाई गई थी। जो अपनी ड्यूटी पर रवाना नहीं हुए। दो प्रधान आरक्षक और तीन आरक्षकों की लापरवाही मिली। उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए निलंबित किया है।