1. जो भी पढ़ो, ये सोचकर पढ़ो कि आपको नंबर नहीं ज्ञान अर्जित करना है। जब आप विषयों को समझकर पढ़ेंगे तो यादा बेहतर तरीके से उत्तर लिख और बता पाएंगे।
2. समय कम बचा है इसलिए कोर्स जल्दी पूरा कर रिवीजन जल्दी शुरू करें। रिवीजन के समय उत्तरों को लिख-लिखकर अभ्यास करें।
3. परीक्षा से घबराएं नहीं खुद को बेहतर करने के लिए यकीन दिलाएं। अगर कुछ पढऩे में परेशानी आ रही है तो बिना देर किए अपने माता-पिता से आवश्यक सलाह लें।
4. अगर आपको लगता है कि उत्तर भूल जाएंगे तो खेलते-खेलते प्रश्न और उत्तर दोनों का रिवीजन करें। बीच-बीच में पैरेंट्स को भी अपनी पढ़ाई में शरीक करें। उन्हें प्रश्न बताकर मौखिक उत्तर देने का अभ्यास करें। पुराने प्रश्न पत्रों का भी सहारा ले सकते हैं।
5. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले यंगस्टर सभी परीक्षा देने की बजाय कुछ चिन्हित क्षेत्रों की परीक्षा दें, तभी आप अपनी पसंद के फील्ड में जाने के लिए पूरे मन से तैयारी कर पाएंगे। सभी परीक्षा देने के चक्कर में जिस क्षेत्र में आप अच्छा कर सकते हैं उसमें भी पीछे रह जाते हैं।
जीवन में कभी ना फेल होने वाले एसएसपी अजय यादव ने एक बार एमपी पीएससी में फेल होकर असफलता का स्वाद चखा है। उन्होंने बताया कि फेल होने पर डिप्रेशन की बजाय वे चिंतित हो गए थे कि आखिर कहां कमी रह गई। चिंतन-मनन के बाद नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी। अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी के भारतीय लेखा सेवा में चयनित हो गए। दिल में सपना आईपीएस बनने का था इसलिए फिर दूसरी और तीसरी बार परीक्षा दी। अंतत: आईपीएस के लिए चयनित होने पर राहत की सांस ली। वे कहते हैं कि सफलता के लिए हारना भी जरूरी है। ये हार आपको जीवन के हर अच्छे-बुरे समय में सकारात्मक ऊर्जा के साथ खड़े होने की क्षमता प्रदान करता है।