शहर के कब्रिस्तान हैदरगंज कैम्प-1 में भी ईद के मौके पर तीन दिन तक ताला लगा रहेगा। कब्रिस्तान इंतेजामिया कमेटी के मुहम्मद शमशीर ने बताया ईद पर परंपरा अनुसार लोग ईदगाह/मस्जिदों में नमाज के बाद सबसे पहले कब्रिस्तान जाकर अपने दिवंगत परिजनों की कब्र पर दुआएं करते हैं। @Patrika. इसके अलावा भिलाई में हर साल ईद के तीसरे दिन कब्रिस्तान में हजरत अफजलुद्दीन हैदर साहब का उर्स मुबारक होता है। जिसमें हमेशा छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों से भी बड़ी तादाद में अकीदतमंद कब्रिस्तान पहुंचते हैं। इन दिनों चूंकि कोरोना संक्रमण का खतरा है, ऐसे में शासन के आदेश अनुसार सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की आवाजाही पर रोक है। @Patrika. इसे देखते हुए कब्रिस्तान में 25, 26 व 27 मई को ताला लगा रहेगा, जिससे यहां सार्वजनिक रूप से कोई भी इक_ा न हो सके। हालांकि इस बार उर्स का आयोजन भी स्थगित कर दिया गया है।
मुसलमानों के दरमियान बेचैनी है कि वो ईद की नमाज पढऩे के लिए ईदगाह नहीं आ पाएं चूंकि लॉक डाउन का सिलसिला जारी है लेकिन इस्लाम मुसलमानों को तालीम देता है कि मजबूरी की हालत में अगर नेक काम न कर पाएं तो भी खुदा उस नेक काम का बदला देता है। @Patrika. लिहाजा मुसलमान को खुदा की रहमत से मायूस नहीं होना चाहिए। लोग सब्र रखें और दुआएं करें।