दूसरी ओर पीसीसी अध्यक्ष को उनके ही गढ़ में चुनौती देने भाजपा में दावेदारों की लंबी कतार है। इस होड़ में उनके चिर-परिचित प्रतिद्वंद्वी भतीजे विजय बघेल का नाम सबसे ऊपर है। विजय बघले पीसीसी अध्यक्ष को एक बार पराजित भी कर चुके हैं, इसलिए उन्हें सबसे मजबूत दावेदार भी माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक वे सीएम डॉ.रमन सिंह का पसंदीदा चेहरा भी हैं। इसके अलावा भाजपा विधायक दल के स्थायी सचिव जितेन्द्र वर्मा का भी नाम सामने आ रहा है। जितेंद्र वर्मा को संगठन का समर्थन होने की बात कही जा रही है। पेशेवर चिकित्सक डॉ.अरुण मढ़रिया का नाम भी दावेदार के रूप में तेजी से उभरा है। उन्हें भाजपा की राष्ट्रीय सचिव डॉ.सरोज पांडेय का समर्थन होने की बात सामने आ रही है। इसके अलावा भाजपा के महामंत्री खिलावन साहू, जनपद अध्यक्ष हर्षा चंद्राकर, लालेश्वर साहू, प्रेमलाल साहू, नंदलाल साहू, खेमलाल साहू, किशोर साहू, मंडल अध्यक्ष पुरूषोत्तम तिवारी भी दावेदार है। मजबूत प्रतिद्वंद्वी नहीं मिलने पर मंत्री रमशीला साहू अथवा उनके पति डॉ. दयाराम साहू को भी यहां से उतारे जाने की चर्चा है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू का यह गृह क्षेत्र है। जोगी कांग्रेस से यहां के प्रबल दावेदार माने जा रहे जिला पंचायत सदस्य राकेश ठाकुर ने फिर कांग्रेस प्रवेश कर लिया है। क्षेत्र में उनकी खासी पकड़ है। उनके कांग्रेस वापसी से कांग्रेस को फायदा होगा। जोगी कांग्रेस ने यहां से शकुंतला साहू को प्रत्याशी बनाया है। जोगी कांग्रेस ने जातीय समीकरण पर दांव लगाया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी दुर्गा झा को मैदान में उतारा है।