एएलसी ने पूछा क्या है मांग
एएलसी, दुर्ग श्रृष्टि केशरवानी भी मौके पर पहुंची। उन्होंने मजदूरों से कहा कि मांग क्या है। मजदूरों ने कहा कि उनको समय पर वेतन चाहिए। ओटी करवाने के बाद उसका भुगतान होना चाहिए। अधिकारी गंदा बर्ताव कर रहे हैं, यह सही नहीं है। ऐसे अधिकारी को इस कंपनी से हटाया जाए। बिना वजह काम से निकाले गए कर्मियों को वापस रखा जाए, जो काम नहीं करना चाहते उन मजदूरों को अंतिम भुगतान देकर बिदा किया जाए।
एएलसी, दुर्ग श्रृष्टि केशरवानी भी मौके पर पहुंची। उन्होंने मजदूरों से कहा कि मांग क्या है। मजदूरों ने कहा कि उनको समय पर वेतन चाहिए। ओटी करवाने के बाद उसका भुगतान होना चाहिए। अधिकारी गंदा बर्ताव कर रहे हैं, यह सही नहीं है। ऐसे अधिकारी को इस कंपनी से हटाया जाए। बिना वजह काम से निकाले गए कर्मियों को वापस रखा जाए, जो काम नहीं करना चाहते उन मजदूरों को अंतिम भुगतान देकर बिदा किया जाए।
कंपनी के डायरेक्टर से की चर्चा
इसके बाद कंपनी की डायरेक्टर संगीता केतन शाह ने कर्मियों से सीधे बात किया। उन्होंने कहा कि कंपनी को चलाना है। इससे सभी की रोजी-रोटी जुड़ी है। होली से पहले एक माह का वेतन देने का वादा किया। इसके बाद 20 दिनों में दो माह का वेतन देकर आगे नियमित वेतन देने का काम कंपनी करेगी।
इसके बाद कंपनी की डायरेक्टर संगीता केतन शाह ने कर्मियों से सीधे बात किया। उन्होंने कहा कि कंपनी को चलाना है। इससे सभी की रोजी-रोटी जुड़ी है। होली से पहले एक माह का वेतन देने का वादा किया। इसके बाद 20 दिनों में दो माह का वेतन देकर आगे नियमित वेतन देने का काम कंपनी करेगी।
जनप्रतिनिधि की मौजूदगी में हुआ समझौता
श्रमिकों ने ओटी, काम से निकाले गए मजदूरों को काम पर वापस लेने की बात कही। इसके बाद वे हड़ताल खत्म करने तैयार हो गए। भिलाई नगर निगम के मेयर व विधायक देवेन्द्र यादव की ओर से एमआईसी सदस्य लक्ष्मीपति राजू बैठक में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि मजदूरों के साथ गलत नहीं होना चाहिए। जो वादा डायरेक्टर कर रहे हैं, वह लिखित में हो। एमआईसी सदस्य ने कहा कि अगर किसी भी श्रमिक को निकाला जाता है, तो वह विधायक देवेंद्र यादव के साथ आकर कंपनी के सामने खड़े हो जाएंगे।
श्रमिकों ने ओटी, काम से निकाले गए मजदूरों को काम पर वापस लेने की बात कही। इसके बाद वे हड़ताल खत्म करने तैयार हो गए। भिलाई नगर निगम के मेयर व विधायक देवेन्द्र यादव की ओर से एमआईसी सदस्य लक्ष्मीपति राजू बैठक में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि मजदूरों के साथ गलत नहीं होना चाहिए। जो वादा डायरेक्टर कर रहे हैं, वह लिखित में हो। एमआईसी सदस्य ने कहा कि अगर किसी भी श्रमिक को निकाला जाता है, तो वह विधायक देवेंद्र यादव के साथ आकर कंपनी के सामने खड़े हो जाएंगे।
यह लिखा समझौता में
तीन पक्षों की मौजूदगी में हुए समझौता में लिखा गया है कि बुधवार को सिम्पलेक्स कास्टिंग लिमिटेड, भिलाई के श्रमिक हड़ताल में बैठ गए थे। मजदूरों की ओर से एमआईसी सदस्य लक्ष्मीपति राजू के मध्यस्त चर्चा हुई। यह आश्वासन दिया गया कि नवंबर 2018 का वेतन श्रमिकों के खाते में भेज दिया है। दिसंबर 2018 का वेतन होली के पहले दिया जाएगा। शेष माह का वेतन होली के 20 दिनों के बाद कर दिया जाएगा। जिन श्रमिकों का छटनी किए हैं, उनका अंतिम भुगतान नियमानुसार होली के 20 दिनों बाद किया जाएगा।
तीन पक्षों की मौजूदगी में हुए समझौता में लिखा गया है कि बुधवार को सिम्पलेक्स कास्टिंग लिमिटेड, भिलाई के श्रमिक हड़ताल में बैठ गए थे। मजदूरों की ओर से एमआईसी सदस्य लक्ष्मीपति राजू के मध्यस्त चर्चा हुई। यह आश्वासन दिया गया कि नवंबर 2018 का वेतन श्रमिकों के खाते में भेज दिया है। दिसंबर 2018 का वेतन होली के पहले दिया जाएगा। शेष माह का वेतन होली के 20 दिनों के बाद कर दिया जाएगा। जिन श्रमिकों का छटनी किए हैं, उनका अंतिम भुगतान नियमानुसार होली के 20 दिनों बाद किया जाएगा।
कलक्टर से किया शिकायत
बैठक के बाद एमआईसी सदस्य राजू, एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष सुमित सिंह पवार, आदित्य सिंह ने कंपनी में मौजूदा स्थिति को लेकर शिकायत कलक्टर से किए। जिसमें कर्मियों के लंबित वेतन के साथ इएसआइ व पीएफ का तीन माह से भुगतान नहीं होने की बात कही गई है। इसके अलावा यूनिट के अधिकारी का कर्मचारी के साथ गंदा व्यवहार करने की शिकायत की है। कंपनी में सेफ्टी लेकर खानापूर्ति की बात भी कही है। प्रशिक्षु कर्मचारियों के बकाया वेतन पर भी शिकायत की है।
बैठक के बाद एमआईसी सदस्य राजू, एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष सुमित सिंह पवार, आदित्य सिंह ने कंपनी में मौजूदा स्थिति को लेकर शिकायत कलक्टर से किए। जिसमें कर्मियों के लंबित वेतन के साथ इएसआइ व पीएफ का तीन माह से भुगतान नहीं होने की बात कही गई है। इसके अलावा यूनिट के अधिकारी का कर्मचारी के साथ गंदा व्यवहार करने की शिकायत की है। कंपनी में सेफ्टी लेकर खानापूर्ति की बात भी कही है। प्रशिक्षु कर्मचारियों के बकाया वेतन पर भी शिकायत की है।