दुर्ग संभाग के बालोद, राजनांदगांव, कबीरधाम, बेमेतरा जिले के कई गांव अब तक मेन रोड नेटवर्क से नहीं जुड़ पाया है। नवागढ़, सहसपुर लोहारा, मानपुर, मोहला विकासखंड के वनांचल गांव मुख्यालय से नहीं जुड़ पाए है। पुल-पुलिया नहीं होने की वजह से बारिश में ग्रामीणों को तकलीफ का सामना करना पड़ता है। बाढ़ की स्थिति में ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर नदी-नाले को पार करना पड़ता है। छत्तीसगढ़ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने ऐसे गांवों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से बारहमासी (पक्की) सड़कों से जोडऩे का निर्णय लिया है। 500 या इससे अधिक जनसंख्या वाले हर गांव को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। ग्राम सड़क नेटवर्क का डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट से लेकर मानिटरिंग का काम ग्रामीण सड़क नेटवर्क प्रबंधन इकाई के अधिकारी करेंगे।
निगम प्रशासन ने दो साल पहले सुंदर विहार कॉलोनी में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की थी। आधा दर्जन लोगों के मकानों को तोड़कर लगभग पांच एकड़ जमीन खाली कराया था। वहीं नालंदा पब्लिक स्कूल के प्रवेश द्वार को तोडऩे के लिए नोटिस जारी किया गया था। बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन ने तोडफ़ोड़ की कार्रवाई को स्थगित कर दिया था। स्कूल प्रबंधन ने स्वयं कब्जा हटा लेने की चेतावनी दी थी। उसी जमीन पर छत्तीसगढ़ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने तीन मंजिला बिल्डिंग तैयार किया है।
कार्य का नाम- ग्रामीण सड़क नेटवर्क प्रबंधन इकाई भवन लागत-535.26 लाख का प्रोजेक्ट
स्थान- सुंदर विहार कॉलोनी कुरुद भवन का क्षेत्रफल- 211.14 वर्ग मीटर
कार्य प्रारंभ करने की तिथि- 11 जनवरी 2019