पुलिस के मुताबिक नाबालिग १४ जनवरी को चूहा मार दवा खा ली थी। इसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस जब बयान लेने अस्पताल पहुंची तो नाबालिग ने बात करने से इंकार कर दिया। @Patrika.पुलिस ने स्थिति सामान्य होने पर परिजनों को हिदायत दी थी कि घर पहुंचने के बाद सूचना दें। घर पर ही बयान दर्ज किया जाएगा, लेकिन परिजनों ने न तो नाबालिग के घर पहुंचने की और न ही मृत्यु की सूचना दी।
पशु चिकित्सा महाविद्यालय अंजोरा के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी सुदन यादव ने बताया कि चार बेटियों में जनको बड़ी है। वह मनोरोगी थी, घरेलु इलाज के बाद भी वह ठीक नहीं हो रही थी। इसके पहले भी नाबालिग तीन बार आत्महत्या करने का प्रयास कर चुकी है। @Patrika. जनको की मृत्यु कैसे होने के सवाल परिवार के सदस्य खामोश थे।
अंजोरा चौकी प्रभारी राजेश मिश्रा ने बताया कि मामले में मर्ग कायम किया गया है। परिजनों ने मृत्यु की सूचना नहीं दी और शव का अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहे थे। @Patrika.इसलिए शव को कब्जे में लिया गया। पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव परिजनों को सौंपा जाएगा। मामला प्रथम दृष्टया संदिग्ध है। मृत्यु के कारणों की जानकारी परिजन नहीं दे पा रहे हैं।