कोमेंद्र साहू और ओमप्रकाश बांधे ने उनके घर के चादर से जलते हुए नाबालिग के बदन को ढक दिया। कोमेंद्र और भोजराम भारती की बाइक से उसे जिला अस्पताल दुर्ग ले गए। जहां गंभीर हालत में नााबालिग को भर्ती कराया गया। स्थिति गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर में रेफर कर दिया। जहां उसका उपचार चल रहा है। आरोपी पिता तीरथ पटेल के खिलाफ धारा 307 के तहत जुर्म दर्ज कर उसे जेल भेजा गया।
जिंदगी और मौत से जूझ रही नाबालिग बेटी ने पुलिस को बयान दिया। उसने बताया कि वह मोबाइल पर बात कर रही थी। इस बीच पिता बाहर से आए। मोबाइल को लेकर मां के साथ विवाद किया। दोनों में विवाद बढ़ गया। इस बीच पिता ने उस पर डिब्बा में रखा केरोसीन डालकर माचिस से जला दिया। कुछ समझ पाती इसके पहले मैं जलने लगी। दौड़ते हुए घर से बाहर निकल गई। सामने वाले घर में रखे ड्रम के पानी को खुद के ऊपर डाल लिया। अस्पताल पहुंचने पर पता चला कि मैं 70 फीसदी से ज्यादा जल गई हूं।