शुरूआत में कर्मियों ने इसे हल्के में लिया। बाद में गैस का रिसाव ज्यादा होने पर मौके पर एनडीआरएफ, बीएसपी दमकल विभाग के कर्मियों को बुलाना पड़ा। जिसके बाद गैस पर काबू पाया गया।
२४ एमएलडी फिल्टर प्लांट में क्लोरीन गैस के रिसाव से कर्मियों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी। इसकी सूचना तुरंत नगर निगम की स्पेशल टीम को दी गई। लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद 77 एमएलडी फिल्टर प्लांट के फिल्टर ऑपरेटर खेमचंद साहू और उनकी टीम ने क्लोरीन गैस के वाल्व को बंद किया। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। गैस की चपेट में आने से फिल्टर प्लांट के 2 कर्मचारी की तबीयत बिगड़ गई है। जिसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। गैस रिसाव होने से पूरे फिल्टर प्लांट में हड़कंप मच गया था।
जा सकती थी कर्मियों की जान
फिल्टर में प्लांट में क्लोरीन गैस के रिसाव से कर्मियों का दम घुटने लगा था। फिल्टर ऑपरेटर खेमचंद साहू ने बताया कि गैस के प्रभाव में ज्यादा देर तक रहने से इंसान की जान भी जा सकती है। फिलहाल गैस का वाल्व बंद कर दिया है। फिल्टर प्लांट में वाटर ट्रीटमेंट के दौरान क्लोरीन गैस मिलाया जाता है।
फिल्टर में प्लांट में क्लोरीन गैस के रिसाव से कर्मियों का दम घुटने लगा था। फिल्टर ऑपरेटर खेमचंद साहू ने बताया कि गैस के प्रभाव में ज्यादा देर तक रहने से इंसान की जान भी जा सकती है। फिलहाल गैस का वाल्व बंद कर दिया है। फिल्टर प्लांट में वाटर ट्रीटमेंट के दौरान क्लोरीन गैस मिलाया जाता है।