जांच का विषय
बीएसपी के ट्रेंचिंग ग्राउंड में आग कैसे लगी। यह जांच का विषय है। हर दिन मैत्रीबाग के बाजू में कचरा के लिए ट्रैक्टर दौड़ रही है। तब गट्टर सेंटर में कब का झिल्ली मौजूद था। यहां आने वाले ट्रैक्टर की संख्या और फेरा नोट किया जाता है। ठेका अधर में है, इस वजह से सभी सेंटर से कचरा भी नहीं उठ रहा है। घर-घर से कचरा कलेक्शन का काम भी अधूरा पड़ा है। ऐसे में गट्टर सेंटर में आग लगना हैरान भी कर रहा है।
हर दिन पहुंच रही है झिल्ली
बीएसपी प्रबंधन टाउनशिप से करीब 38 टन कचरा निकलने का दावा किया जाता है। इन कचरों में से ठेकेदार को झिल्ली को अलग कर गट्टर सेंटर में देना है। अगर गट्टर सेंटर चल रहा था, तब वहां कितनी झिल्ली थी। वहां से गोली कब से कब तक कितनी बनी। वहां सिर्फ नाम के लिए गट्टर सेंटर तो नहीं खोला गया था। यह सवाल इस वजह से भी उठ रहे हैं क्योंकि कुछ समय पहले, वहां का बिजली कनेक्शन भी काट दिया गया था।
करोड़ों खर्च कर रहा सफाई में
बीएसपी साल में करीब 4 करोड़ से अधिक साल में खर्च कर रहा है। विभाग में पूरी टीम लगाई गई है। बावजूद इसके इस तरह से घटना सामने आ रही है। मौके में क्या गार्ड तैनात नहीं थे, एसएलआरएम सेंटर के करीब मौजूद यहां आग कैसे लगी। वह भी जिस वक्त शहर में बदली और बारिश की बूंदा बांदी थी।