इससे पहले भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai steel plant) के कॉल टावर में आग लग गई थी। जिसे नियंत्रित करने में अंधेरा होने की वजह से दमकल विभाग के फायर फाइटरों को खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। संयंत्र में इस तरह से बार-बार आगजनी हो रही है।प्रबंधन सुरक्षा को लेकर बंद कमरे में बैठक कर रहा है, दूसरी ओर जमीनी हकीकत यह है कि सुरक्षा को लेकर जितने एहतियात बरते जाने चाहिए, वह नहीं बरता जा रहा है।
भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai steel plant) के स्टील मेल्टिंग शॉप (एसएमएस-3) लेडल में 23 मई को एलएफ-2 में लेडल पंचर हो गया, जिससे चंद मिनट में आग फैल गई। इससे यहां काम करने वालों में भगदड़ मच गई। आनन-फानन में दमकल विभाग से 2 वाहन को मौके पर भेजा गया।इसके बाद फायर फाइटरों ने करीब एक घंटे तक जद्दोजहद करने के बाद आग को नियंत्रित कर पाए थे। इस दौरान हॉट मेटल जमीन में बह गया और रेलवे ट्रैक पर फैल गया, जिससे यह ट्रैक जाम हो गया।
बीएसपी (Bhilai steel plant) के एसएमएस-3 के एलएफ-2 में लेडल के पंचर हो जाने से करीब 180 टन हॉट मेटल बह गया था। आग की लपट इस तरह उठी की आसपास मौजूद कर्मचारी यहां से भाग खड़े हुए। आग लगने से करोड़ों करोड़ों का नुकसान होने की आशंका व्यक्त की गईथी। बीएसपी के एसएमएस-3 में हॉट मेटल लेकर जाते समय यह हादसा हुआ था। लेडल के आसपास कर्मचारी नहीं थे, नहीं तो इससे उनको नुकसान हो सकता था।
बीएसपी में 24 व 31 अक्टूबर 2018 को भी स्टील मेल्टिंग शॉप-3 (एसएमएस-3) के समीप लेडल पंचर हो जाने से हॉट मेटल ट्रैक के बीच मौजूद गड्ढा में गिर गया। इस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। बावजूद इसके हाल ही में हुई दुर्घटना के बाद इस हॉट मैटल के पसर जाने से ही संयंत्र में हड़कंप मच गया। हॉट मेटल के लेडल से गिरने की वजह से मौके पर बड़ी आग नजर आने लगी। खबर लगते ही बीएसपी के दो दमकल वाहन मौके पर पहुंची। इन वाहनों ने हॉट मेटल को ठंडा किया। (Bhilai news)