बीआरएम में इस तरह हुआ हादसा
बीएसपी का बीआरएम एक अति आधुनिक इकाई है। जिसमे लेवल 2 का ऑटोमेशन है। इस मिल के ऑयल सेलर में सेंटरीफुगल सेपेराटर नाम का एक उपकरण है। जिससे ऑयल या ग्रिज के साथ अगर पानी आ जाए तो उसे अलग किया जाता है। इसी इकाई में एक हीटर भी लगा हुआ है। यह उपकरण का उत्पादन से सीधे कोई संबंध नहीं है।
पैनल में लगी आग
संयंत्र के बीआरएम में रात करीब 19.50 बजे सेंटरीफुगल सेपेराटर के स्विच और इसके इलेक्ट्रिकल पैनल में आग लगी। जिसे बीएसपी के दमकल विभाग ने तुरंत करीब 20.05 पर पहुंचकर आग बुझाया। ऑयल सेलर को कोई विशेष नुकसान नहीं हुआ है।
एहतियात के तहत पांच घंटे बंद रखे मिल
आग लगने की वजह से एहतियात के तहत प्रबंधन ने उत्पादन को करीब 5 घंटे बंद रखा। बीआरएम में लेवल 2 ऑटोमेशन है, इसलिए ऑटोमेशन व्यवस्थानुसर एक-एक कर हर यूनीट को चेक करके ही उत्पादन शुरू करने का अनुमति मिलती है। रात 1 बजे मिल को चालू कर दिया गया। तब से उत्पादन सामान्य है। गुरुवार को पहली पाली में भी उत्पादन सामान्य रहा।
हर दिन होता है 2000 टन उत्पादन
बीआरएम में हर दिन करीब 2000 टन का उत्पादन होता है। पांच घंटे उत्पादन प्रभावित रहने से करीब 600 से 800 टन का उत्पादन प्रभावित रहा। यही बड़ा नुकसान रहा है।
5 घंटे उत्पादन ठप रहा वहीं नुकसान
बीएसपी के जनसंपर्क विभाग ने बताया कि बीआरएम बीएसपी का एक अति आधुनिक इकाई है। यहां लेवल 2 का ऑटोमेशन है। बीती रात में इसके सेंटरीफुगल सेपेराटर के स्विच और इसके इलेक्ट्रिकल पैनल में आग लगी थी। जिसे संयंत्र के अग्नि शमन विभाग ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बुझाया। रात में 1 बजे मिल को चालू कर दिया गया। तब से उत्पादन सामान्य है। लगभग पांच घंटे मिल बंद रहने से जो उत्पादन का लॉस हुआ, उतना ही नुकसान हुआ है।