अंजोरा ढाबा – बच्चे बाहर जूते उतारकर कक्षा के अंदर जाते हैं। टॉयलेट जाने के लिए भी अलग से चप्पल रखी गई है। रोजाना 20 मिनट बच्चे स्कूल की सफाई खुद करते हैं। प्राचार्य वंदना सोमवंशी ने सभी को स्वच्छता की जिम्मेदारी दी है। पेयजल के लिए यहां आरओ वाटर सिस्टम लगा हुआ है। बच्चे टॉयलेट जाने के बाद और भोजन से पहले हाथों का सफाई करते हैं।
कुम्हारी हायर सेकंडरी स्कूल- प्राचार्य लता रघु कुमार ने स्कूल में दो अलग टीम बनाई है। जिसमें बालिकाओं की हेल्थ और हाईजिन के लिए अलग टीम है जो उन्हें बालिका स्वास्थ्य के बारे में बताती है। वहीं दूसरी टीम की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों के साथ मिलकर स्कूल कैंपस को बेहतर बनाए। कबाड़ से जुगाड़ कर हर क्लास के लिए स्पेशल डस्टबीन भी बनाया गया है।
हाईस्कूल खुदमुड़ी – स्कूल की ख्याति राष्ट्रीय स्तर तक पहले ही पहुंच चुकी है। प्राचार्य डॉ सीमा वर्मा ने बताया कि स्कूल के इको क्लब को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। स्वच्छता अभियान से जुड़कर स्कूल में उन्होंने बच्चों को मोटिवेट करना शुरू किया। बच्चों के बीच नोनी-बाबू टोली बनाकर उन्हें भी स्वच्छता से जोड़ा। बेहतर नतीजा सामने आया औरराज्य स्तर पर पुरस्कार मिला।