निलंबत कर्मियों से प्रबंधन की जांच कमेटी ने कई दौर की सुनवाई की। 31 मई और 1 व 2 जून को ये कर्मी जांच टीम के समक्ष उपस्थित हुए। इसके बाद पक्ष रखने का और भी मौका दिया गया। टीम ने इन पर लगे आरोप बताया और स्वीकार करते हैं कि नहीं, यह पूछा। बताया जाता है कि 14 में से 9 कर्मियों ने प्रबंधन के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है। अब प्रबंधन इन पर लगे आरोप को सिद्ध करेगा। वहीं 5 कर्मियों ने आरोप स्वीकार करते हुए लिखित माफी नामा मांगा है। उनका 3 प्रतिशत इन्क्रीमेंट (कम्यूलेटिव के साथ) स्थाई तौर पर रोक दिया गया है। इन दो शर्तों के आधार पर प्रबंधन ने उदारता बरतते हुए उन्हें बहाल कर दिया है।
ये 9 कर्मी अभी भी निलंबित हैं
प्लांट में 23 और 24 अप्रैल को टूलडाउन हड़ताल करने वाले युवा कर्मियों के खिलाफ संयंत्र प्रबंधन ने तगड़ा एक्शन लिया था। प्रबंधन ने 14 कार्मिकों को निलंबित और 20 कार्मिकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। 4 कर्मियों के खिलाफ भ_ी्र थाने में अपराधिक प्रकरण भी दर्ज करवाया है। यूआरएम से ओसीटी सुनील कुमार यादव, संदीप, सीईडी विभाग से ओसीटी रामकेश मीणा, पवन, बीआरएम से ओसीटी नीरज, पीबीएस-2 से सुनील शर्मा, ब्रजेश कुमार सिंह, निशांत राजेश और पॉवर प्लांट के उमेश दास अभी भी निलंबित हैं।
प्लांट में 23 और 24 अप्रैल को टूलडाउन हड़ताल करने वाले युवा कर्मियों के खिलाफ संयंत्र प्रबंधन ने तगड़ा एक्शन लिया था। प्रबंधन ने 14 कार्मिकों को निलंबित और 20 कार्मिकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। 4 कर्मियों के खिलाफ भ_ी्र थाने में अपराधिक प्रकरण भी दर्ज करवाया है। यूआरएम से ओसीटी सुनील कुमार यादव, संदीप, सीईडी विभाग से ओसीटी रामकेश मीणा, पवन, बीआरएम से ओसीटी नीरज, पीबीएस-2 से सुनील शर्मा, ब्रजेश कुमार सिंह, निशांत राजेश और पॉवर प्लांट के उमेश दास अभी भी निलंबित हैं।
संयंत्र में कोरोना से कर्मियों की मौत के बढ़ते आंकड़ों से नाराज थे कर्मी
अपेक्षाओं के अनुरूप वेज रिवीजन नहीं होने से कर्मी तो नाराज थे ही, संयंत्र में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण और कर्मियों की मौत के बाद भी प्रबंधन द्वारा बचाव के समुचित उपाय नहीं करने से संयंत्र के कुछ विभागों में 23 अप्रैल शुक्रवार की रात अचानक टूल डाउन कर दिया। इससे यूनिवर्सल रेल मिल, बीआरएम, वायर एंड राड मिल, ब्लास्ट फर्नेस-8, पॉवर प्लांट-1, पीबीएस-2, मर्चेंट मिल, मशीन शॉप में उत्पादन ठप हो गया। 25 अप्रैल की देर रात तक कुछ विभागों में काम रोककर अपनी मांगों को मनवाने की जिद पर अड़े रहे।
अपेक्षाओं के अनुरूप वेज रिवीजन नहीं होने से कर्मी तो नाराज थे ही, संयंत्र में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण और कर्मियों की मौत के बाद भी प्रबंधन द्वारा बचाव के समुचित उपाय नहीं करने से संयंत्र के कुछ विभागों में 23 अप्रैल शुक्रवार की रात अचानक टूल डाउन कर दिया। इससे यूनिवर्सल रेल मिल, बीआरएम, वायर एंड राड मिल, ब्लास्ट फर्नेस-8, पॉवर प्लांट-1, पीबीएस-2, मर्चेंट मिल, मशीन शॉप में उत्पादन ठप हो गया। 25 अप्रैल की देर रात तक कुछ विभागों में काम रोककर अपनी मांगों को मनवाने की जिद पर अड़े रहे।