एसआई मनीष शिंदे के नेतृत्व में टीम उक्त कंपनियों के पते पर पहुंची, लेकिन मौके पर ऐसी कोई कंपनी नहीं मिला। २६ फरवरी को मोबाइल लोकेशन टेे्रस कर आरोपी रवि पनवर को गिरफ्तार किया। फिर टीम ने पुणे से बैंक पासबुक, कंपनी के कागजात, सील,मोहर को बरामद किया।
आरोपी दीपक किशोरी लाल गुजराल (31) चाय के ठेले खड़ा था बातचीत के दौरान उसकी मुलाकात मुख्य सरगना बाशीद से हुई थी। दोनों कंपनी खोलने तैयार हो गए। दीपक ने अपने पहचान के किशोरी बापू उदागे को भी इस काम में शामिल कर लिया। इसके बाद मिलकर कंपनियों को ठगना शुरू किए। आरोपियों ने अलग-अलग राज्यों से अब तक १ करोड़ की ठगी करने का खुलासा किया।
सरगना बशीद इस्माइल सय्यैद (52) ने बताया कि मुंबई में वह एक कंपनी में काम करता था। उसने वहीं से सीखा था कि कंपनियां दूसरे प्रांत की कंपनियों से किस तरह से आर्डर लेती हैं। इसके बाद स्वयं फंर्जी कंपनी बना ली और लोगों को ठगने लगा।