पुलिस के अनुसार एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोपी डॉ. प्रिंस गुप्ता के मामले में तफ्तीश के दौरान नए-नए खुलासे हो रहे हैं। आरोपी प्रिंस गुप्ता खुद बीएएमएस की डिग्री लेकर लोगों को बच्चों का मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाकर उनका भविष्य बनाने का आश्वासन दिया करता था।
वर्ष २०१६ में भिलाई आया और प्रदेश के अलग-अलग जिले में प्रचार प्रसार के लिए एजेंट बन ठगी को अंजाम देता था। उसी कमाई से खुद करोड़पति बन बैठा। तीन माह में उसके बैंक खाते से 1 करोड़ 55 लाख रुपए की जानकारी हुई थी। अभी उसके खाते में साढ़े 8 लाख रुपए हैं।
प्रिंस ने अपनी महिला मित्र को तोहफे में कार दी थी। उसे चौहान टाउन नेहरू नगर इस्ट में घर दिलाकर रखा था। उसी पते पर कार सीजी 07 बीएम 8929 को उसी के नाम से खरीदा भी है। जब पुलिस ने मामले के तह तक जाने लगी थी। तब वह उस कार को अपने पिता के लिए बिहार भिजवा दी।