कमाण्डेंट नरेन्द्र सिंह कहते हैं कि जंगलों के बीच बसे गांव के इन युवाओं में कुछ करने का जज्बा था और जरूरत थी उन्हें सही मार्गदर्शन की।आईटीबीपी (ITBP) की 38 बटालियन ने उन्हें आगे बढ़ाने यह शुरुआत की और सभी की मेहनत रंग लाई जिसका परिणाम कोचिंग में आने वाले साढ़े तीन सौ युवाओं में से 100 का चयन हो गया। अब उन्हें फिजिकल और मेडिकल के लिए तैयार करना है। जिसके बाद उनका चयन पैरामिल्ट्रिज फोर्स के लिए हो जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक जिन क्षेत्र के ये युवा हैं वह माओवाद प्रभावित है और ऐसे क्षेेत्र के युवा जब देशसेवा की ओर अपना कदम बढ़ाएंगे तो उस गांव के दूसरे युवा भी फोर्स में आने प्रेरित होंगे। (Bhilai news)
इस कोचिंग में 100 से ज्यादा युवाओं का चयन लिखित परीक्षा में हुआ है। जिसमें से 16 लड़कियां भी शामिल है। यह सब चौकी क्षेत्र से शिकारी टोला, करमतारा, दादूटोला, कोदामारा, चिल्हाटी के रेंगाकटोरा, पोइटोला, छुईहडका, मिर्च, चिल्हाटी, खुर्सीटिकुल, साल्हे, कोर्चाटोटाल, ठाकुरबांधा, कोटरा, होडीटोला, दकाटोला, मक्के, साल्हेटोला, बोरीडीह, मोहद, हालेकोसा, बुचाटोला, बैरागीभेडी, आसरा, धुपसाल, गोपालपुर, शिकारीमेहका, छुरिया, चिकिरकला सहित दर्जनभर गांव के निवासी है। यह सभी अपने आसपास के सीओबी में जाकर ट्रेनिंग ले रहे थे। (Bhilai news)
नरेन्द्र सिंह, कमाण्डेंट, 38 बटालियन आईटीबीपी (ITBP), ने बताया कि आईटीबीपी की कोचिंग से इन युवाओं का चयन स्टाफ सलेक्शन कमीशन की लिखित परीक्षा में हुआ है। बाहर इस कोचिंग को करने युवा हजारों खर्च करते हैं, लेकिन आईटीबीपी के 38 बटालियन ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए युवाओं को बेहतर दिशा देने यह कदम उठाया। जिसमें बटालिनय सफल रही। इन युवाओं को अब फिजिकल ट्रेनिंग और मेडिकल भी कराया जाएगा ताकि वे इससे आगे के पड़ाव को आसानी से पार कर देशसेवा करने आगे बढ़ें।
आईटीबीपी (ITBP) के 38 बटालियन के इस स्पेशल कोचिंग क्लास की सुविधा बटालियन हेडक्वाटर्र छुरिया, खरोरा कैंप सहित राजनांदगांव जिले में लगी पांच सीओबी में थी। यहां पिछले साल सीजी पुलिस के भर्ती के वक्त से ही युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही थी। जिसके बाद सितंबर में जब सेंट्रल आम्र्स पुलिस फोर्स के लिए 55 हजार पदों पर बंपर भर्ती आई तो बटालियन की ओर से क्षेत्र के युवाओं की काउसिंलिंग कर उन्हें फ्री ऑनलाइन फार्म भी भराया गया। जिसमें 650 युवाओं ने फार्म भरा था।