पुलिस ने आइल चोरों के सोमनी इलाके के औद्योगिक क्षेत्र टेड़ेसरा में छापेमारी कर दो दिन पहले मामले का भंडाफोड़ किया था। इस दौरान यहां दो टैंकर के साथ आइल निकालने उपयोग किए जाने वाले मोटर व दूसरे सामान जब्त किए थे। इस दौरान ड्राइवर शशि यादव को भी पकड़ा गया था। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ड्राइवर ने टैंकर किसी चुन्नू साहू का बताया। पुलिस चुन्नू की तलाश कर रही है। वहीं अब इसमें बड़े गिरोह के शामिल होने के संकेत मिल रहे हैं।
पुलिस की अब तक जांच में पूरा खेल ट्रांसपोर्टर द्वारा अंजाम देना सामने आया है। पुलिस के मुताबिक नरेश साव रायपुर से छत्तीसगढ़ पावर कंपनी लिमिटेड तेंदूभाठा जांजगीर चापा आइल सप्लाई का काम करता है। इसके अलावा हथखोज में उसकी सुपर पेट्रो के नाम से कंपनी भी है। ट्रांसपोर्ट के दौरान निकाला गया आइल वह इसी कंपनी के नाम से खपाता था।
पुलिस ने टेड़ेसरा में आइल चोरी वाली जगह की भी जांच की। यहां सात प्लास्टिक के ड्र्म में 3000 लीटर आइल बरामद किया गया है। इसके अलावा टैंकर से आइल निकालने वाला मोटर व अन्य सामानों को भी जब्त किया है। जब्त ऑइल की कीमत 2 लाख बताई गई है।
तेल के इस काले कारोबार में पुलिस को बड़े रैकेट के जुड़े होने की आशंका है। इसी के तहत रायपुर से लेकर जांजगीर चांपा तक जांच की जाएगी। पुलिस के मुताबिक इस कार्य में ट्रांसपोर्टर के अलावा सप्लाई व बिजली कंपनी के लोग भी जुड़े हो सकते हैं। फिलहाल ट्रांसपोर्टर पर जांच केंद्रित की जा रही है। सोमवार को पुलिस ने ट्रांसपोर्टर के हथखोज दिफ्तर में दबिश देकर जांच की।
सीएसपी भोजराम पटेल का कहना है कि स्पॉट पर जिस तरह के सामान पाए गए हैं और जिस तरह आइल चोरी व काला तेल मिलाकर सप्लाई को अंजाम दिया जा रहा था, इससे मामले में किसी बड़े गिरोह के शामिल होने से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल ट्रांसपोर्टर के दफ्तर में जांच कर दस्तावेज जब्त किए गए हैं।