सचिवों के अलावा सदस्यों ने जनपद पंचायत के इंजीनियरों की भी शिकायत की। सदस्यों ने कहा कि इंजीनियरों द्वारा स्टीमेट तैयार करने व अन्य कामों के लिए ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों से राशि की डिमांड की जाती है। नहीं देने पर इंजीनियर काम को लटका देते हैं। हालांकि सदस्यों ने बैठक में किसी का नाम नहीं लिया।
जनपद सदस्य लता चंद्राकर ने अपने क्षेत्र के ग्राम चंदखुरी में सड़क निर्माण में गड़बड़ी का मामला उठाया। उनका आरोप था कि ठेकेदार ने निजी व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने के लिए स्वीकृत स्थल से अलग सड़क बना दिया है।
सदस्य चंद्रिका चंद्रवंशी ने ग्राम पंचायत चिंगरी में पानी टंकी निर्माण में गड़बड़ी का मामला उठाया। उन्होंने बताया कि ग्राम में नलजल योजना के तहत 4 छोटी टंकियों का निर्माण किया गया है। इन चारों टंकियों में अभी से दरार आ गई है, जिससे पानी रिस रहा है।
सदस्य भूपेन्द्र बेलचंदन ने नदी तटवर्ती गांवों में पेयजल संकट का मामला उठाया। उन्होंने इसके निराकरण के लिए सभी तटीय गांवों में नदी आधारित नल जल योजना की मांग रखी। उन्होंने तिरगा झोला मार्ग का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि जल्द सड़क की मरम्मत नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।