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अंगद के पांव की तरह जमे भ्रष्ट पंचायत सचिवों का किया जाए तबादला, घूस नहीं देने पर इंजीनियर लटकाते हैं काम

locationभिलाईPublished: Jan 10, 2019 10:35:54 pm

जनपद पंचायत की सामान्य सभा में पंचायत सचिवों की कथित मनमानी का मुद्दा गरमाया। अध्यक्ष संतोषी देशमुख सहित अधिकतर सदस्यों ने मामला उठाते हुए एक ही पंचायत में लंबे समय से जमे पंचायत सचिवों के तबादले का प्रस्ताव रखा।

Durg patrika

अंगद के पांव की तरह जमे भ्रष्ट पंचायत सचिवों का किया जाए तबादला, घूस नहीं देने पर इंजीनियर लटकाते हैं काम

दुर्ग@Patrika. जनपद पंचायत की सामान्य सभा में पंचायत सचिवों की कथित मनमानी का मुद्दा गरमाया। अध्यक्ष संतोषी देशमुख सहित अधिकतर सदस्यों ने मामला उठाते हुए एक ही पंचायत में लंबे समय से जमे पंचायत सचिवों के तबादले का प्रस्ताव रखा। इस पर सभी सदस्यों ने एकमतेन सहमति दी। सदस्यों का गुस्सा इंजीनियरों पर भी फूटा। सामान्य सभा की बैठक गुरुवार को जनपद पंचायत सभागार में अध्यक्ष संतोषी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर अध्यक्ष ने सचिवों की कथित मनमानी का मुद्दा उठाया। जनपद उपाध्यक्ष महेन्द्र सिन्हा ने भी इसी तरह की शिकायतों का जिक्र किया। अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का कहना था कि अधिकतर ग्राम पंचायतों में सचिवों द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को महत्व नहीं दिए जाने व निर्माण और विकास कार्यों में भी मनमानी की शिकायत है। करीब आधा दर्जन सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र में इसी तरह की शिकायत की बात रखी।
इंजीनियर मांगते हैं पैसा
सचिवों के अलावा सदस्यों ने जनपद पंचायत के इंजीनियरों की भी शिकायत की। सदस्यों ने कहा कि इंजीनियरों द्वारा स्टीमेट तैयार करने व अन्य कामों के लिए ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों से राशि की डिमांड की जाती है। नहीं देने पर इंजीनियर काम को लटका देते हैं। हालांकि सदस्यों ने बैठक में किसी का नाम नहीं लिया।
चंदखुरी में सड़क निर्माण में गड़बड़ी
जनपद सदस्य लता चंद्राकर ने अपने क्षेत्र के ग्राम चंदखुरी में सड़क निर्माण में गड़बड़ी का मामला उठाया। उनका आरोप था कि ठेकेदार ने निजी व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने के लिए स्वीकृत स्थल से अलग सड़क बना दिया है।
पानी की टंकी में दरार व सीपेज
सदस्य चंद्रिका चंद्रवंशी ने ग्राम पंचायत चिंगरी में पानी टंकी निर्माण में गड़बड़ी का मामला उठाया। उन्होंने बताया कि ग्राम में नलजल योजना के तहत 4 छोटी टंकियों का निर्माण किया गया है। इन चारों टंकियों में अभी से दरार आ गई है, जिससे पानी रिस रहा है।
बनें नदी आधारित पेयजल योजना
सदस्य भूपेन्द्र बेलचंदन ने नदी तटवर्ती गांवों में पेयजल संकट का मामला उठाया। उन्होंने इसके निराकरण के लिए सभी तटीय गांवों में नदी आधारित नल जल योजना की मांग रखी। उन्होंने तिरगा झोला मार्ग का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि जल्द सड़क की मरम्मत नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।

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