यह है मामले
छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ प्रांत व्यापी धरना प्रदर्शन को लेकर प्रदेश महामंत्री सैयद असलम, जिलाध्यक्ष राकेश तिवारी, संभागीय अध्यक्ष अजय नायक, संभागीय महामंत्री सत्येंद्र गुप्ता ने बताया कि सभी संवर्गों में वेतन विसंगति है। राज्य में जब-जब वेतन आयोग आया स्वास्थ्य कर्मचारियों की अनदेखी की गई है। स्वास्थ्य कर्मचारी इससे बेहद नाराज है। स्वास्थ्य कर्मचारीयो की मांग है वर्तमान सरकार संचालक स्वास्थ्य सेवाओं, संचालक चिकित्सा और संचालक आयुष से भेजे गए अनुसंशा प्रस्तावों को लागू करे।
पुलिस विभाग की तरह 13 माह का दिया जाए वेतन
उन्होंने कहा कि पदोन्नत कर्मियों को एक विशेष वेतन वद्धि दी जाए। राज्य में 24 घंटे 7 दिवस काम करने वाले को पुलिस विभाग की तरह 13 माह का वेतन दिया जाए। वर्तमान में राज्य में सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी के 5 दिवस कार्य कर रहे है सभी आयुर्वेद के अशंकलीन कर्मचारियों को नियमित किया जाए। स्वास्थ्य विभाग के संविदा और एनएचएम के कर्मचारियों को नियमित किया जाए। जीवन दीप समिति के कर्मचारियों को नियमित पदो के विरुद्ध नियमित भर्ती प्रक्रिया शुरू कर उन्हें वर्तमान में कलेक्टर दर भुगतान किया जाए। सभी वर्गों में पदोन्नति किया जाए।
सीएम के नाम दिया है ज्ञापन
रेडिएशन भत्ता बढ़ाने व नर्सिंग स्टाफ का धुलाई भत्ता बढ़ाने सहित प्रदेश के अधिकारी कर्मचारियों को लंबित 14 प्रतिशत महंगाई भत्ता व सातवें वेतन के अनुसार गृहभाड़ा भत्ता देने ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम से कलेक्टर को दिया गया। जिसमे प्रमुख रूप से उप प्रांताध्यक्ष प्रमेश पाल खिलावन चंदाकर, धनीराम ठाकुर, आईडी चंद्राकर राघेवेन्द साहू, रोशन सिंह, रमन गंधर्व, संजू शयमा कुवंर, लक्ष्मी कांत धोटे, मंजू राय, सैनी मनोज, स्वर्ण तुरकाने, किरण वर्मा ,नरेश राजपूत, संतोष सोनी जी मोहन राव, बीएल वर्मा, केके वर्मा ,गोविंद साहू, दीपक चंदाकर, शीतल मेश्राम, कुलेश्वर देशमुख, पुनीत, शत्रुघन मांझी, एमआर शेख, दीपक गायकवाड मौजूद थे।