scriptBreaking news 10 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने के बाद बच रहे डोज को फेंक रहे स्वास्थ्य कर्मी | Healthworkers throwing the surviving dose after applying vaccine to 10 | Patrika News

Breaking news 10 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने के बाद बच रहे डोज को फेंक रहे स्वास्थ्य कर्मी

locationभिलाईPublished: May 14, 2021 12:17:29 am

Submitted by:

Abdul Salam

वैक्सीन की आखिरी बूंद का हो इस्तेमाल.

Breaking news 10 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने के बाद बच रहे डोज को फेंक रहे स्वास्थ्य कर्मी

Breaking news 10 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने के बाद बच रहे डोज को फेंक रहे स्वास्थ्य कर्मी

भिलाई. जिला में वैक्सीनेशन के दौरान हजारों डोज फेंका जा रहा है। एक वायल से 10 लाभार्थियों को टीका लगाया जा रहा है। इसके बाद बचे हुए डोज को फेंका जा रहा है। इस तरह से जितना वायल का इस्तेमाल किया जा रहा है उसमें कम से कम एक या दो डोज बच जाता है। अगर उसका भी इस्तेमाल किया जाने लगे तो हजारों लोगों को वैक्सीन लग जाएगी। उपयोग करने के बाद फेंके गए वायल को देखने से यह नजर आ रहा है। वहीं उच्चाधिकारियों की ओर से निर्देश नहीं होने की वजह से दस के बाद बचे हुए शेष डोज का इस्तेमाल स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं कर रहे हैं।

कोरोना महामारी के बीच वेस्ट न हो वैक्सीन
कोरोना महामारी के बीच वैक्सीन को लेकर जब हर तरफ दौड़ लगी हुई है। हर कोई चाहता है कि उसे समय पर वैक्सीन लग जाए। तब वैक्सीन अगर एक वायल में 11 से 12 डोज आ रही है। तब उसका इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा रहा है। एक या दो डोज अगर फेंका जा रहा है, तो उससे राज्य और केंद्र दोनों को नुकसान ही हो रहा है। यह डोज उपयोग हो जाएगा तो दोनों का ही पैसा बचना है।

सीएम से शिकायत
स्वास्थ्य व बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ, रायपुर के कार्यकारी प्रांताध्यक्ष व्हीएस राव ने यह शिकायत मुख्यमंत्री समेत स्वास्थ्य मंत्री व संबंधित विभाग की अधिकारी से भी की है। उन्होंने मांग किया है कि दस डोज के बाद वायल में जो डोज बच रहे हैं, उसका उपयोग किया जाए। अगर उसका उपयोग किया जाता है तो तय है बड़ी संख्या में अतिरिक्त लोगों को भी वैक्सीन लग जाएगी। इससे कोरोना से जंग लडऩा और जीतना आसान हो जाएगा।

एक-एक डोज की है कीमत
यूनियन कहा है कि केंद्र या राज्य दोनों ही कंपनी से कोविशील्ड और कॉवैक्सीन महंगे दाम पर खरीद रहे हैं। एक-एक डोज की कीमत अदा की जा रही है। फिर वायल में आने वाले डोज को इस तरह के फेंक देना कहां तक उचित है। बेहतर होगा कि वायल में जब तक आखिरी बूंद मौजूद हो, उसका इस्तेमाल किया जाए।

केरल ने किया इस्तेमाल
केरल को जितने लाभार्थियों को लगाने वैक्सीन दी गई थी, उससे 86 हजार अधिक लोगों को वैक्सीन लगाया गया। एक कुशल नर्स एक वायल से 10 से लेकर 13 लोगों को कोरोना का टीका लगा सकती है। यह काम छत्तीसगढ़ में भी किया जा सकता है। इसके लिए उच्चाधिकारियों को निर्देश देना होगा। इसके बाद एक भी बूंद फेंकने में नहीं जाएगी।

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