scriptनवगठित रिसाली निगम की पहली मेयर के लिए दावेदारी पेश कर सकती है गृहमंत्री की बहू, भाजपा को चेहरे की तलाश | Home Minister's daughter-in-law's discussion for Mayor of Risali nigam | Patrika News

नवगठित रिसाली निगम की पहली मेयर के लिए दावेदारी पेश कर सकती है गृहमंत्री की बहू, भाजपा को चेहरे की तलाश

locationभिलाईPublished: Feb 18, 2021 05:01:32 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

कांग्रेस में जहां गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की बड़ी बहू प्रदेश कांग्रेस महामंत्री जितेंद्र साहू की पत्नी सरिता साहू के नाम की चर्चा है। व

नवगठित रिसाली निगम की पहली मेयर के लिए दावेदारी पेश कर सकती है गृहमंत्री की बहू, भाजपा को चेहरे की तलाश

नवगठित रिसाली निगम की पहली मेयर के लिए दावेदारी पेश कर सकती है गृहमंत्री की बहू, भाजपा को चेहरे की तलाश

भिलाई. नवगठित नगर पालिक निगम रिसाली का पहला महापौर अन्य पिछड़ा वर्ग से महिला होगी। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग रायपुर में आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की गई। प्रदेश में 14 नगर निगम की संख्या को देखते हुए महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण के तहत इस बात की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी। महापौर पद के आरक्षण की कार्यवाही मंगलवार को पूर्वान्ह 11.30 बजे इंद्रावती भवन, नवा रायपुर, अटल नगर के मिटिंग हाल नं 4, एनेक्सी ब्लॉक 5, तीसरी मंजिल में हुई। आरक्षण प्रक्रिया के अवलोकन के लिए इच्छुक व्यक्तियों को निर्धारित समय व स्थान पर बुलावा भी भेजा गया था। लेकिन रिसाली से किसी भी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि व चुनाव लडऩे के इच्छुक लोग नहीं पहुंचे। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधिकारियों ने घंटेभर इंतजार भी किया। बाद में छग नगर पालिका (महापौर तथा अध्यक्ष पद का आरक्षण) नियम 1999 के प्रावधानों के अंतर्गत आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की। बकायदा इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। वर्तमान में धमतरी, कोरबा और राजनांदगांव नगर निगम ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित है। इनमें राजनांदगांव ओबीसी महिला है। चंूकि रिसाली नगर निगम गठन के बाद प्रदेश में नगर निगमों की संख्या 13 से बढ़कर 14 हो गई है। ऐसे में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण के तहत रिसाली निगम का महापौर पद ओबीसी के लिए आरक्षित होना तय था।
कांग्रेस में मंत्री की बहू के नाम की चर्चा, भाजपा में चेहरे की तलाश
महापौर पद आरक्षण होते ही रिसाली नगर निगम क्षेत्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। अब राजनीतिक गलियारों में महापौर के संभावित दावेदारों की चर्चा होने लगी है। कांग्रेस में जहां गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की बड़ी बहू प्रदेश कांग्रेस महामंत्री जितेंद्र साहू की पत्नी सरिता साहू के नाम की चर्चा है। वहीं भाजपा में फिलहाल नेता कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं है। कार्यकर्ताओं का भी कहना है कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। यहां पार्टी को महापौर के योग्य उम्मीदवार की तलाश करनी होगी।
भिलाई से विभाजित होकर रिसाली के स्वतंत्र नगर निगम बनने में गृहमंत्री की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह उनके निर्वाचन क्षेत्र दुर्ग ग्रामीण विधानसभा का हिस्सा भी है। पूरे निगम चुनाव में टिकट बंटवारे से लेकर महापौर निर्वाचन तक ताम्रध्वज की ही मर्जी चलेगी। ऐसे में उनकी बहू सरिता को प्रबल दावेदार माना जा रहा है। कांग्रेसी भी इस बात को स्वीकार कर रहे हैं।
महिलाओं की प्रचार टोली का कमान संभालती रही हैं
सरिता इसके पहले सभी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में काफी सक्रिय रही हैं। अपने ससुर ताम्रध्वज के चुनाव में महिलाओं की प्रचार टोली का कमान बखूबी संभालती रही हैं। यहां तक कि निगम चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में भी वे वोट मांगने डोर-टू-डोर जाती रही हैं। वे सामाजिक संगठनों में भी हमेशा सक्रिय भूमिका निभाती रही हैं।
सरिता दावेदार नहीं, हकदार
कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनके लिए सरिता कोई अप्रत्याशित नाम नहीं होगा। जिस तरह से पार्टी के लिए कार्य करती रही हैं वे दावेदार नहीं, बल्कि हकदार होंगी। पिछले कुछ समय से सरिता अपने पति जितेंद्र के साथ क्षेत्र के राजनीतिक व निगम के कार्यक्रमों में भी साथ दिखती रही हैं। वे कई भूमिपूजन व लोकार्पण कार्यक्रमों में शरीक हुई हैं। कांग्रेस में इनके अलावा उर्मिला देशमुख के नाम की चर्चा है। वे क्षेत्र में पार्टी की वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं और आज भी काफी सक्रिय हैं।
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