पुराने प्रश्न को देख चैप्टर करें तैयार
मैथ्स एक्सपर्ट हरेन्द्र सिंह भुवाल ने बताया कि पूरी किताब पढ़ेने की बजाए केवल वही चैप्टर पढ़े जिससे प्रश्न परीक्षा में शामिल किए जाते हैं। इसका सबसे आसान तरीका है कि पुराने प्रश्नपत्रों को देख उसके वस्तुनिष्ठ से लेकर दीर्घ प्रश्नों का मिलान कीजिए कि वे किस चैप्टर के हैं और उसी चैप्टर की अच्छे से तैयारी कीजिए। क्योंकि उन चैप्टर को पढऩा पूरी तरह टाइम वेस्ट है जिससे प्रश्न पूछे ही नहीं जाते। हालांकि ऐसे चैप्टर को हटा दिया गया है, लेकिन कम समय में अच्छी तैयारी का यह भी एक तरीका है।
मैथ्स एक्सपर्ट हरेन्द्र सिंह भुवाल ने बताया कि पूरी किताब पढ़ेने की बजाए केवल वही चैप्टर पढ़े जिससे प्रश्न परीक्षा में शामिल किए जाते हैं। इसका सबसे आसान तरीका है कि पुराने प्रश्नपत्रों को देख उसके वस्तुनिष्ठ से लेकर दीर्घ प्रश्नों का मिलान कीजिए कि वे किस चैप्टर के हैं और उसी चैप्टर की अच्छे से तैयारी कीजिए। क्योंकि उन चैप्टर को पढऩा पूरी तरह टाइम वेस्ट है जिससे प्रश्न पूछे ही नहीं जाते। हालांकि ऐसे चैप्टर को हटा दिया गया है, लेकिन कम समय में अच्छी तैयारी का यह भी एक तरीका है।
ज्यादा नंबर वाले प्रश्नों पर फोकस
एक्सपर्ट भुवाल ने बताया कि वस्तुनिष्ट प्रश्नों के नंबर कम होते हैं, लेकिन उसका संग्रह किताब में नहीं है। इसलिए एक या दो नंबर वाले प्रश्नों की बजाए ज्यादा नंबर वाले प्रश्नों पर फोकस करना बेहतर होगा। वस्तुनिष्ट प्रश्नों के लिए मार्केट में उपलब्ध सॉल्व पेपर के सभी सेट से भी पढ़ा जा सकता है।
एक्सपर्ट भुवाल ने बताया कि वस्तुनिष्ट प्रश्नों के नंबर कम होते हैं, लेकिन उसका संग्रह किताब में नहीं है। इसलिए एक या दो नंबर वाले प्रश्नों की बजाए ज्यादा नंबर वाले प्रश्नों पर फोकस करना बेहतर होगा। वस्तुनिष्ट प्रश्नों के लिए मार्केट में उपलब्ध सॉल्व पेपर के सभी सेट से भी पढ़ा जा सकता है।
इस तरह भी करें तैयारी
-स्कूल में उपलब्ध पिछले दो साल के प्रश्न बैंक से तैयारी करें
-लिखने की खूब प्रैक्टिस करें, फूर्मला याद करें
- समय प्रबंधन को सीखे
- तय करें कि पहले ज्यादा नंबर वाले प्रश्नों को हल करना है
- सॉल्व पेपर से भी तैयारी करें, क्योंकि उसमें आंसर लिखा होता है,
- कम समय होने के कारण पूरा पढऩे की बजाए चुंनिदा चैप्टर पर ज्यादा फोकस करें।
-स्कूल में उपलब्ध पिछले दो साल के प्रश्न बैंक से तैयारी करें
-लिखने की खूब प्रैक्टिस करें, फूर्मला याद करें
- समय प्रबंधन को सीखे
- तय करें कि पहले ज्यादा नंबर वाले प्रश्नों को हल करना है
- सॉल्व पेपर से भी तैयारी करें, क्योंकि उसमें आंसर लिखा होता है,
- कम समय होने के कारण पूरा पढऩे की बजाए चुंनिदा चैप्टर पर ज्यादा फोकस करें।