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नक्सली प्रभावित क्षेत्र से मानव तस्करी: 11 नाबालिगों सहित 21 को ले जा रहा था गुजरात

locationभिलाईPublished: May 17, 2018 12:12:55 am

घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) से मानव तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। यहां 21 लोगों को चोरी-छिपे गुजरात ले जाया जा रहा था।

Bhilai crime
दुर्ग . घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) से मानव तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। यहां के 11 नाबालिगों समेत २१ लोगों को चोरी-छिपे गुजरात ले जाया जा रहा था। दुर्ग सिटी कोतवाली पुलिस फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं कर रही है, लेकिन संदेह के आधार पर मध्यप्रदेश के बैतूल निवासी अतुल हलधर पिता अहीर को हिरासत में लिया है।
काम दिलाने के लिए गढ़चिरौली से गुजरात ले जा रहा था

राहुल गांधी की सभा को लेकर जिले में अलर्ट है। इस दौरान पुलिस शहर में आने-जाने वालों पर नजर रखे हुए है। इस बीच बुधवार दोपहर को सूचना मिली कि बस स्टैंड पर कुछ आदिवासी हैं। पुलिस तत्काल वहां पहुंची। इन सभी को कोतवाली थाना लाकर पूछताछ की। इसमें खुलासा हुआ कि अतुल हलधर उन सभी को काम दिलाने के लिए गढ़चिरौली से गुजरात ले जा रहा था। अतुल से पूछताछ में मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
१२ को प्रस्तुत किया सीडब्ल्यूसी में

आदिवासियों में 12 नाबालिग थे। इनको देर शाम बाल संरक्षण समिति (सीडब्लूसी) में पेश किया गया। इनमें से चार ने अपना आधार कार्ड दिखाया, जिससे उनके बालिग होने की पुष्टि हुई। इन्हें वापस पुलिस के हवाले कर दिया गया। इन चारों को पुलिस ने एहतियात के तौर पर सखी सहेली केंद्र में रखा है। सीडब्लूसी ने शेष आठ में से सात नाबालिग लड़कियों को बालिका गृह और एक लड़के को बालगृह में रखने का निर्देश दिया।
केवल एक ही बोल पाई हिंदी
सीडब्लूसी ने नाबालिगों की काउंसलिंग कराई। करीब तीन घंटे काउंसलिंग में भाषा को लेकर काफी परेशानी हुई। इनमें से केवल एक लड़की टूटी-फूटी हिन्दी बोल पाई, उसी के माध्यम से काउसंलिग की गई।
अतुल ने कहा, परिजन की अनुमति से बच्चों को लाया
पुलिस पूछताछ में अतुल ने बताया कि वह मूलत: बैतूल, मध्यप्रदेश का रहने वाला है। कुछ दिन पहले बांदे (कांकेर) में अपने रिश्तेदार के यहां गया था। वहां से परिजन की अनुमति लेकर बच्चों को दुर्ग लाया। यहां से उनको गुजरात ले जा रहा था। वहां टाइल्स फैक्ट्री में जहां वह खुद काम कर चुका है, इन सभी को उसी फैक्ट्री में काम दिलाना था।
ऑटो में बैठते समय पकड़ा
अतुल आदिवासियों और बच्चों को लेकर दोपहर 1२ बजे बस स्टैंड पहुंचे थे। कुछ देर बस स्टैंड में बिताने के बाद वे ऑटो में बैठकर रेलवे स्टेशन की ओर रवाना हो रहे थे। इसी बीच सिटी कोतवाली की पेट्रोलिंग टीम बस स्टैंड पहुंची और ऑटो चालक को निर्देश दिया कि वे सभी को लेकर सिटी कोतवाली पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने पूछताछ शुरू की।
सभी नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चे

सिटी कोतवाली प्रभारी सिद्धार्थ बघेल ने बताया कि जिन्हें सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत किया गया है वे सभी नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चे हैं। हमने परिजन को सूचना दे दी है। उनके दुर्ग पहुंचने पर मामला स्पष्ट होगा। अभी कुछ भी कह पाना संभव नहीं है। हम इस मामले में गंभीरता से जांच कर रहे हैं।
पुलिस ने सीडब्ल्यूसी में 12 को पेश किया
सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष पुष्पा पटेल ने बताया कि पुलिस ने सीडब्ल्यूसी में 12 को पेश किया जिसमें ४ बालिग निकले। सात नाबालिग लड़कियों को बालिका गृह में रखने का निर्देश दिया गया है। एक नाबालिग को बालक गृह में रखा गया है। मामला प्रथम दृष्टया संदिग्ध है। परिजन का बयान भी दर्ज किया जाएगा।
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