आरोपी पति खुमान साहू और सास रोहिणी साहू ने पुलिस ने पूछताछ की। आरोपी पति ने पुलिस को बताया कि फ ोन पर उसकी पत्नी लुकेश्वरी साहू (30 वर्ष) किसी अन्य शख्स से बात करती थी जो उसे पसंद नहीं था। इसी बात को लेकर 26 जुलाई को सुबह 11 बजे दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ। तैश में आकर उसने पहले पत्नी की जमकर पिटाई कर दी। फि र रात 8 बजे दोनों के बीच एक बार फि र विवाद हुआ। जिसके बाद पति ने फि र पत्नी की बेहोशी तक बेदम पिटाई कर दी।
पुलिस ने बताया कि रात को हाथ, चप्पल और पैर से पति और सास ने पिटाई की। जब वह बेहोश हो गई तब पति खोमान साहू ने गमछा से पंखे पर फंदा बनाया। दोनों ने मिलकर जिंदा उसे फांसी के फंदे पर लटका दिया। सास रोहणी साहू ने दोनों पैर को पकड़कर उठाया। पति ने जिंदा लुकेश्वरी को फंदे में डालकर लटका दिया। पत्नी की मौत के बाद वह घबरा गया था।
रोते-रोते महिला ने किया था भाई के पास फ ोन
मृतक महिला लोकेश्वरी के भाई योगेश ने उतई पुलिस को बताया कि उसकी बहन ने 26 जुलाई को पहले सुबह फि र शाम को फ ोन पर मारपीट की घटना से अवगत कराया था। बहन ने रोते-रोते बताया था कि उसके साथ पति और सास ने मिलकर जमकर मारपीट की है। वह उसे यहां से ले जाए नहीं तो ये लोग उसे मार डालेंगे। अगली सुबह वह बहन के लेने उसके ससुराल जाने की तैयारी में ही था कि उसकी 5.30 बजे आत्महत्या की खबर आई। जब वहां जाकर देखा तो मौत संदिग्ध लगी और पूरे घटनाक्रम की सूचना उतई थाना प्रभारी सतीश पुरिया को दी।
महिला की हत्या के आरोप में पुलिस ने मृतिका के पति, सास को गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेज दिया है। वहीं प्रकरण में घटना का साक्ष्य छुपाने में सहयोग करने के कारण दो अन्य आरोपी पुरेंद्र वर्मा एवं नवीन चंद्राकर से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुरेन्द्र ने पुलिस को बताया कि रात में खुमान को गाड़ी में बैठाकर ले गया। चाकू को नाला में फेंक दिया और फांसी के फंदे को तालाब के पास जला दिया। हत्या के मामले में खुलासा करने में थाना प्रभारी उतई उपनिरीक्षक सतीश पूरिया, चौकी प्रभारी मचांदूर उपनिरीक्षक श्याम सिंह नेताम, उपनिरीक्षक भूपेंद्र ओगरे समेत चौकी मचंदूर और थाना उतई के स्टाफ की सक्रिय भूमिका रही।