पूछताछ में आरोपी तुकाराम ने संतोषी की हत्या करना (husband killed wife) स्वीकार कर लिया है। उसका कहना है कि वह पत्नी से परेशान था। कईबार समझाइश के बाद भी वह बात नहीं सुन रही थी। गुरुवार को सुबह 10 बजे दोनों घर से खेत के लिए निकले थे। वहां भी दोनों का फिर से विवाद शुरू हो गया। तैश में आकर उसने पहले छोटी कुदाली से संतोषी पर वार किया। जब वह ढेर हो गई तो हंसिया से गला काट शव को घास में छिपाकर भाग गया। वह बस से दुर्ग पहुंचा और ट्रेन से डोगरगढ़ चला गया। पत्नी की हत्या का अपराधबोध होने पर देवी से माफी मांगने के बाद वहां सिर मुंडन कराया और वापस दुर्ग आ गया।
जानकारी के मुताबिक दुर्ग पहुंचने के बाद वह गांव के कुछ लोगों से संपर्क किया। तब उसने दुर्ग स्टेशन में होने की जानकारी दी। इसके बाद ग्रामीणों ने आरोपी के मिलने की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया।
मृतका के 19 वर्षीय पुत्र व 17 वर्षीय बेटी ने माता-पिता के घर नहीं पहुंचने की सूचना ग्रामीणों की मदद से 112 पेट्रोलिंग पुलिस को दी थी। दोनों पुलिस के साथ खेत पहुंचे, जहां उन्हें टिफिन मिला। इसके बाद पुलिस ने खेत के किनारे से संतोषी का शव बरामद किया। शव को घास से ढंक दिया था। शव बरामद के बाद मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की धारा के तहत एफआईआर दर्ज किया।
पुलिस का कहना है कि पूछताछ में यह बात सामने आई कि तुकाराम संपन्न परिवार से है। गांव में उसकी छबि अच्छी है। 8 एकड़ खेत का मालिक और अभी गेहूं बोया हुआ है। पति-पत्नी के बीच विवाद की जानकारी मिली थी। इसके बाद पुलिस ने पति की खोजबीन शुरू कर दी। पुलिस को आशंका थी कि आरोपी आत्मग्लानी की वजह से कुछ गलत कदम न उठा ले, इसलिए आसपास के गांवों में मुनादी कराई थी।