जीई रोड के किनारे नारियल पानी एवं जूस विक्रय करने वाले दुकान संचालक विक्की देवांगन ने कहा कि भिलाई निगम ने पथ वृक्षारोपण के तहत जो पेड़ लगाए थे उनमें से एक पेड़ मेरी दुकान के बिल्कुल ही पास है। यह इतना बड़ा हो गया है कि हम सभी को छांव दे रहा है। वृक्ष के महत्व से हर कोई वाकिफ है। वृक्ष तपती धूप में छांव के साथ ही ऑक्सीजन प्रदान कर वातावरण को संतुलित और शुद्ध रखता है। मृदा कटाव को कम करता है। आकर्षण के साथ ही सालों साल तक हमें अपने गुणों का बोध कराता है।
शहर की मुख्य सड़क किनारे रोपे अब बांट रही हरियाली
निगम के उद्यान विभाग ने दो वर्ष पहले 2020-2021 में सड़क किनारे पथ वृक्षारोपण के तहत नेशनल हाईवे के किनारे, नेहरू नगर चौक से लेकर डबरा पारा चौक तक तथा अवंती बाई चौक से लेकर जूनवानी रोड भिलाई निगम की सीमा तक पौधे लगाए थे। साल भर इन पौधों की देखरेख की गई। पशुओं से बचाने व सुरक्षा की दृष्टि से ट्री गार्ड लगाए गए। आकर्षण के लिए पेंटिंग की गई। पानी निरंतर मिले इसके लिए पौधों के चारों ओर थाला बनाया गया। पौधों को सहारा देने के लिए स्टेकिंग लगाई गई। समय -समय पर खाद एवं पानी दिया गया।
लोगों ने भी निभाई नागरिक जिम्मेदारी
निगम ने समीपस्थ रहवासी एवं व्यवसायियों से भी पौधों के देखरेख की अपील की गई। नतीजन ज्यादातर पौधे अब वृक्ष में तब्दील हो गए हैं। कई पौधे तो 25 फीट तक के हो गए हैं। पौधों को सबसे अधिक पानी की आवश्यकता गर्मी के दिनों में होती है। गर्मी भर निगम ने सिंचाई की बेहतर व्यवस्था की और पौधों को जीवन प्रदान करते रहे।
आज भी खास ख्याल रखा जा रहा इन पौधों की
निगम प्रशासक रहते कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देशन पर शहर में हरियाली लाने वृक्षारोपण का कार्य किया गया था। हालांकि कुछ पौधों को पशुओं, असामाजिक तत्व एवं वाहनों के चलते नुकसान जरूर हुआ है, फिर भी अधिकतर पौधे जीवित होकर बड़े हो रहे हैं। पौधों में नई-नई शाखाएं आ रही है। पौधे हरे-भरे और स्वस्थ हंै। मृत एवं छतिग्रस्त पौधे के बदले निगम ने पौधों को रिप्लेसमेंट भी किया है। महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे के निर्देश पर इन पौधों की देखभाल खास तौर पर की जा रही है।
शहर की मुख्य सड़क किनारे रोपे अब बांट रही हरियाली
निगम के उद्यान विभाग ने दो वर्ष पहले 2020-2021 में सड़क किनारे पथ वृक्षारोपण के तहत नेशनल हाईवे के किनारे, नेहरू नगर चौक से लेकर डबरा पारा चौक तक तथा अवंती बाई चौक से लेकर जूनवानी रोड भिलाई निगम की सीमा तक पौधे लगाए थे। साल भर इन पौधों की देखरेख की गई। पशुओं से बचाने व सुरक्षा की दृष्टि से ट्री गार्ड लगाए गए। आकर्षण के लिए पेंटिंग की गई। पानी निरंतर मिले इसके लिए पौधों के चारों ओर थाला बनाया गया। पौधों को सहारा देने के लिए स्टेकिंग लगाई गई। समय -समय पर खाद एवं पानी दिया गया।
लोगों ने भी निभाई नागरिक जिम्मेदारी
निगम ने समीपस्थ रहवासी एवं व्यवसायियों से भी पौधों के देखरेख की अपील की गई। नतीजन ज्यादातर पौधे अब वृक्ष में तब्दील हो गए हैं। कई पौधे तो 25 फीट तक के हो गए हैं। पौधों को सबसे अधिक पानी की आवश्यकता गर्मी के दिनों में होती है। गर्मी भर निगम ने सिंचाई की बेहतर व्यवस्था की और पौधों को जीवन प्रदान करते रहे।
आज भी खास ख्याल रखा जा रहा इन पौधों की
निगम प्रशासक रहते कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देशन पर शहर में हरियाली लाने वृक्षारोपण का कार्य किया गया था। हालांकि कुछ पौधों को पशुओं, असामाजिक तत्व एवं वाहनों के चलते नुकसान जरूर हुआ है, फिर भी अधिकतर पौधे जीवित होकर बड़े हो रहे हैं। पौधों में नई-नई शाखाएं आ रही है। पौधे हरे-भरे और स्वस्थ हंै। मृत एवं छतिग्रस्त पौधे के बदले निगम ने पौधों को रिप्लेसमेंट भी किया है। महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे के निर्देश पर इन पौधों की देखभाल खास तौर पर की जा रही है।