आईआईटी भिलाई का निर्माण तीन चरणों में पूरा होना है। पहले चरण के निर्माण कार्य में 720 करोड़ रुपए खर्च होंगे वहीं दूसरे चरण में यह लागत हजार करोड़ के पार होगी। आईआईटी प्रशासन ने बताया कि पहले चरण के निर्माण में फाउंडेशन वर्क पूरा हो गया है। यानी निर्माण का 15 फीसद हिस्सा पूरा हो गया। अब सुपर स्ट्रक्चर तैयार करने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी होती है। स्ट्रक्चर तैयार करना आसान हो जाता है। करीब एक साल में आईआईटी पहले चरण का निर्माण कार्य पूरा कराने के बाद अगले साल नए बैच इसमें संचालित कराने की तैयारी में है।
– एकेडमिक ब्लॉक – 2
– साइंस विभाग भवन -2
– सेंट्रल लैब
– सेंट्रल लाइब्रेरी
– सेंट्रर इंस्टूमेंटेशन लैब
– लैक्चर हॉल – 1
– रेसीडेंशियल टॉवर – 3 हॉस्टल में रह सकेंगे 1250 छात्र
आईआईटी निर्माण के हर चरण में हॉस्टल की व्यवस्था में बढ़ोतरी करता चला जाएगा। पहले चरण में हॉस्टल निर्माण 1250 छात्रों की क्षमता के साथ कराया जा रहा है। हॉस्टल में इन छात्रों के लिए तमाम सुविधाओं का खयाल रखने के लिए विशेष प्लान भी बने हैं। पहले चरण में तीन हॉस्टल के निर्माण होने हैं। इसके अलावा स्टाफ के लिए रेसीडेंशियल टॉवर भी तैयार किया जाएगा।
आईआईटी प्रशासन ने बताया कि संस्थान के लिए जमीन के बीच से सड़क गुजर रही है, जिससे निर्माण कार्य कराने में दिक्कत पेश आएगी। यह कोहका-सिरसा सड़क है, जिसे बंद करना पड़ेगा। इसके लिए आईआईटी ने जिला प्रशासन को लिख दिया है, जिसमें हामी भी मिल गई है। प्रशासन ने सड़क का विकल्प देने की बात कही है।