scriptलॉकडाउन में सीमाएं सील फिर भी हो रही अवैध शराब की जमकर तस्करी, महज 37 दिन में 102 तस्कर चढ़े पुलिस के हत्थे | Illegal liquor smuggling under lockdown in Durg district | Patrika News

लॉकडाउन में सीमाएं सील फिर भी हो रही अवैध शराब की जमकर तस्करी, महज 37 दिन में 102 तस्कर चढ़े पुलिस के हत्थे

locationभिलाईPublished: May 15, 2021 01:28:06 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

Illegal liquor smuggling in Durg: कार्रवाई के नाम पर आबकारी विभाग जहां चैन की नींद सो रहा तो दूसरी ओर पुलिस राजनैतिक दबाव में आकर कई मामलों में मर्ग ही कायम नहीं कर पा रही है।

लॉकडाउन में सीमाएं सील फिर भी हो रही अवैध शराब की जमकर तस्करी, महज 37 दिन में 102 तस्कर चढ़े पुलिस के हत्थे

लॉकडाउन में सीमाएं सील फिर भी हो रही अवैध शराब की जमकर तस्करी, महज 37 दिन में 102 तस्कर चढ़े पुलिस के हत्थे

बीरेंद्र शर्मा@भिलाई. दुर्ग जिले में लॉकडाउन (Lockdown in Durg) में जमकर अवैध शराब की तस्करी हो रही है। वहीं कार्रवाई के नाम पर आबकारी विभाग (excise department ) जहां चैन की नींद सो रहा तो दूसरी ओर राजनैतिक दबाव में कई मामलों में कार्रवाई नहीं हो पा रही है। हालात ये हैं कि महज 37 दिन में पुलिस ने 10 लाख 77 हजार 447 रुपए का अवैध शराब जब्त किया है। शराब दुकाने बंद थी बावजूद शराब कोचिए अधिक दाम पर अवैध शराब खपाते रहे। सीमाएं सील थी फिर भी बाकायदा पड़ोसी राज्यों से शराब की खेप पहुंचती रही। चार से 5 गुना कीमत पर बेचा जा रहा है पर फिर भी आबकारी अधिकारी कोरोना का रोना रो रहे हैं। जिससे विभाग की कार्यशैली पर बड़ा सवाल उठ गया है।
दुर्ग जिले में 6 अप्रेल से 13 मई तक यानी 37 दिनों में पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से लगातार अवैध शराब पकड़ा। ताबड़तोड़ कार्रवाई कर पुलिस ने 91 प्रकरण दर्ज किए। जिसमें 102 आरोपियों को गिरफ्तार किया और 2 हजार 64.180 लीटर अवैध शराब की जब्ती की। जिसकी कीमत 10 लाख 77 हजार 447 रुपए है। लॉकडाउन के बीच जमकर शराब की तस्करी हुई। तस्करों ने पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से अवैध शराब लाकर खपाई है। पुलिस के अधिकारी खुद मानते है जितनी शराब जब्त हुई है उससे सात गुना से भी अधिक शराब खपाई गई है। इस पूरे लॉकडाउन में सरकार को करोड़ों रुपए की चपत लगी है।
सब्जी की गाडिय़ों छुपाकर ला रहे थे
6 अप्रेल से लॉकडाउन की वजह से जिले की सभी सीमाएं सील की गई है। बाहर से आने वालों पर पुलिस की नजर है। तस्करों नें पुलिस ने बचने पगडंडी का सहारा लिया। इसमें भी पुलिस ने कई तस्करों को पकड़ा। इसके बाद शराब तस्करों ने पैतरा बदलते हुए दूसरा रास्ता चुना। नेशनल हाइवे के रास्ते महाराष्ट्र की शराब खपाने लगे। फल, सब्जी गाडिय़ों में ढोना शुरु किया। रैकेट के बीच में शराब की पेटी छुपाकर शराब की तस्करी की।
60 रुपए की शराब 600 रुपए में बिकी
इस लॉकडाउन में सरकारी दुकान पूरी तरह से बंद हो गई। शराब तस्करी से जुड़े लोग पूरी तरह से सक्रिय होकर शराब की तस्करी में जुट गए। शराब प्रेमियों को 60 रुपए की शराब को 600 रुपए में खरीदना पड़ा। वहीं 700 रुपए की बॉटल को 3 हजार में खरीदकर अपनी प्यास बुझाई है।
लोकल शराब की तस्करी
लॉकडाउन के बीच पुलिस ने लोकल शराब गोवा ब्रांड को भी पकड़ा है। यह शराब जिले की दो डिस्लरी की बताई जा रही है। जबकि डिस्लरी में आबकारी विभाग के अधिकारी की तैनाती रहती है। दुर्ग एसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने बताया कि लॉकाडाउन के दौरान अवैध शराब तस्करी की सूचनाएं मिली। शराब कोचियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की गई। पुलिस कार्रवाई की डर से कई कोचिए अंडरग्राउंड हो गए है। कई ऐसे है जो फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। यह कार्रवाई लगातार अभी जारी रहेगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो