सांसद बघेल ने संसद में कहा कि पिछले 19 वर्षों से दुर्ग बाइपास पर दोपहिया और कृषि कार्य में उपयोग होने वाले वाहनों से टोल वसूला जा रहा है। इनके खिलाफ कई बार जन आंदोलन हुआ। शासन-प्रशासन स्तर पर पत्राचार भी किया गया। बावजूद दोपहिया और कृषि वाहनों को छूट नहीं मिली। टोल नाके पर टैक्स वसूली को लेकर मनमानी की जाती है।
टोल नाके पर टैक्स वसूली के मुद्दे को पत्रिका ने 28 सितंबर 2016 को प्रमुखता से उठाया था। समाचार के माध्यम से यह बताया कि नाम्र्स के मुताबिक 68 किलोमीटर के बीच केवल टोल होना चाहिए, लेकिन छत्तीसगढ़ में नियम विरूद्ध राजनांदगांव से लेकर रायपुर के बीच 60 किलोमीटर की दूरी पर पांच टोल बूथ स्थापित करने की अनुमति दी गई है।
यहां वीआईपी बिना टैक्स दिए निकल जाते है, लेकिन दोपहिया वाहन चालकों को टोल देना पड़ता है। समाचार प्रकाशन के बाद पूर्व सांसद ताम्रध्वज साहू ने भी इस विषय को लेकर केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से पत्र व्यवहार किया था। बावजूद आज तक टोल फ्री नहीं हुआ। अब सांसद विजय बघेल ने इस विषय को उठाया है। (Bhilai news)