पुलिस ने बताया कि पांचवी कक्षा की बच्ची की तस्वीर नहाते वक्त ली गई है। पुलिस ने किस मोबाइल से तस्वीर ली गई, उसको ट्रेस करने के बाद मामला दर्ज किया है। इस मामले में पारिवारिक विवाद तो नहीं है, इस एंगल से भी जांच की जा रही है। फिलहाल अपनी तस्वीर वायरल होने से नाबालिग बच्चे के दिमाग पर गहरा आघात लगा है। वहीं बच्ची के परिजन भी इस घटनाक्रम के बाद आश्चर्यचकित हैं।
पीडि़त मासूम के परिजनों ने बताया कि आरोपी युवती ने पहले तो चुपके से बच्ची की नग्न तस्वीर ले ली और बाद में खींची हुई फोटो बच्ची के मोबाइल पर भेज दिया। अपनी नग्न तस्वीर देखकर मासूम घबरा गई। किसी तरह हिम्मत जुटाकर इसकी जानकारी अपनी मां को दी। बेटी की ऐसी तस्वीर देखकर मां ने तुरंत मदद के लिए पुलिस का सहारा लिया। पुलिस इस मामले में अपराध दर्ज कर जांच कर रही है।
ऐसे मामलों में कानून और भी ज्यादा कड़ा है। बच्चों को सेक्सुअल एक्ट में या नग्न दिखाते हुए इलेक्ट्रॉनिक फार्मेट में कोई चीज प्रकाशित करना। दूसरों को भेजना। इससे भी आगे बढ़कर कानून कहता है कि जो लोग बच्चों से जुड़ी अश्लील सामग्री तैयार करते हैं, इक_ा करते हैं, ढूंढते हैं, देखते हैं, डाउनलोड करते हैं, विज्ञापन देते हैं, प्रमोट करते हैं, दूसरों के साथ लेनदेन करते हैं या बांटते हैं तो वह भी गैरकानूनी है। बच्चों को बहला-फुसलाकर ऑनलाइन संबंधों के लिए तैयार करना, फिर उनके साथ यौन संबंध बनाना या बच्चों से जुड़ी यौन गतिविधियों को रेकॉर्ड करना, एमएमएस बनाना, दूसरों को भेजना आदि भी इसके तहत आते हैं। यहां बच्चों से मतलब है 18 साल से कम उम्र के बच्चे हैं।