पीएम अभियान के तहत हर माह होना है जांच
सिविल हॉस्पिटल, सुपेला में हर माह की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जांच किया जाना है। इसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन को भी है। गुरुवार को जांच करवाने के लिए बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं पहुंची। जांच करवाने के लिए आने वाली महिलाओं के लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से इंतजाम किया जाना है।
गर्भवती महिलाओं के लिए कूलर लगाए और न पंखा
भीषण गर्मी की वजह से अच्छे-अच्छे लोग बीमार पड़ जा रहे हैं, ऐसे में गर्भवती महिलाओं के आने पर न तो मौके में पंखों का इंतजाम किए थे और न कूलर लगाया गया। दोपहर में 11 बजे के बाद गर्भ का जांच करवाने पहुंची महिलाओं को गर्मी की वजह से चक्कर आने लगा। पहले एक महिला गिरी तो कतार में लगी महिलाओं के सहयोग से उसे उठाया गया। इसके बाद अस्पताल के व्हील चेयर में बैठाकर उसे वार्ड में दाखिल किए। तब तक वह बेहोश ही थीं। बेटी को जांच करवाने लेकर आने वाली माता का यह देखकर बुरा हाल हो गया था। वह परेशान हो रही थी, अस्पताल में पहले उसे स्लाइन चढ़ाया गया, इसके करीब एक घंटे बाद खून जांच की गई।
4-4 घंटे से खड़ी थी गर्भवती महिलाएं
सुपेला, राम नगर, कैंप, खुर्सीपार, कोहका और आसपास क्षेत्र से बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं सिविल हॉस्पिटल, सुपेला सुबह 9 बजे से पहुंची। यहां उनको ब्लड प्रेशर (बीपी) जांच करवाने के लिए कतार में खड़ा होना पड़ा। 4-4 घंटे तक खड़े रहने से महिलाओं की तबीयत बिगडऩे लगी।
मातृ व शिशु मृत्यु दर कम करने पहल
गर्भवती महिलाओं की गुणवत्तापूर्वक प्रसव से पहले जांच व जटिल प्रकरणों की समय से पहचान व उपचार हो इस लिए यह अभियान शुरू किए हैं। अभियान जिले के जिला चिकित्सालय, दुर्ग, सिविल अस्पताल, सुपेला, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से क्वालिटी एएनसी की सुविधा देते हुए हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन व जरूरी इलाज की व्यवस्था की जाती है। मातृ व शिशु स्वास्थ्य को बेहतर करने, मातृ मृत्यु व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिये क्वालिटी एएनसी सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के साथ ही समय से उच्च जोखिम वाली गर्भवती माताओं के चिन्हांकन व समुचित प्रबंधन से जिले में होने वाली मातृ मृत्यु, शिशु मृत्यु को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
चक्कर आ गया और गिर पड़ी
पावनी गुप्ता, कैंप-1, भिलाई ने बताया कि सुबह 9.30 बजे से सुपेला, अस्पताल जांच करवाने पहुंची। कतार में खड़ी थी। दोपहर करीब 12 बजे चक्कर आया गिर पड़ी। होश आया तो देखा वार्ड में भर्ती हूं।
खड़े-खड़े चक्कर आया तो गिर पड़ी
यामिनी, राम नगर, सुपेला ने बताया कि बीपी जांच करवाने कतार में खड़ी थी, दोपहर करीब 12.30 बजे चक्कर आया। तब गिर पड़ी। परिवार वाले और अन्य ने पकड़कर यहां आराम करने लिटा दिया है।
गर्मी से हो रहे परेशान
दीपमाला, निवासी भिलाई, ने बताया कि गर्मी बहुत है, सुबह 9 बजे से कतार में हैं। भीड़ अधिक हो जाने से और अधिक गर्मी लग रहा है। गर्भवती महिलाओं के लिए बैठने की व्यवस्था पर्याप्त की जानी चाहिए।
5 घंटे से खड़ें हैं कतार में
अनुपम कुमारी, निवासी, भिलाई, ने बताया कि महिलाएं 5 घंटे से कतार में खड़ी हैं। उनके लिए उनके लिए कूलर कम से कम लगा देना था। राहत मिल जाती। करीब 200 महिलाएं जांच करवाने पहुंची थी।
बहुत अच्छा अभियान
रूपा कुमारी, निवासी भिलाई ने बताया कि यह बहुत अच्छा अभियान है, इसका लाभ जच्चा-बच्चा को मिलेगा। इसके लिए व्यवस्था को एक दिन पहले से करना चाहिए। जिससे आने वाली महिलाओं को दिक्कत न हो।
चक्कर इस वजह से आया क्योंकि बुखार था महिला को
पीयम सिंह, प्रभारी, सिविल हॉस्पिटल, सुपेला ने बताया कि जांच के लिए आने वाली सारी गर्भवती महिलाओं के लिए चाय, नाश्ता समेत सारा इंतजाम था। चक्कर इस वजह से आया महिला को क्योंकि उसे पहले से बुखार था।