एक सेंटर को छोड़ कहीं नहीं लगा टीका
12 प्लस के बच्चों ने शनिवार के दिन महज शहरी क्षेत्र भिलाई में ही 60 डोज टीका लगाया गया। इसके अलावा 6 सेंटर में शून्य टीकाकरण रहा। स्कूलों में जाकर टीका लगाने निर्देश दिया गया है। बच्चों को वैक्सीनेशन सेंटर में आने पर टीका लगाने कहा गया है। ऐसे में पूरे जिला में टीका लगवाने कोई आ ही नहीं रहा है। यह हैरान करने वाली बात है।
सिर्फ 81 डोज टीका
दुर्ग जिला के 7 ब्लॉक में एक पूरे दिन तमाम वैक्सीनेशन सेंटर में ड्यूटी लगाए जाने के बाद भी टीकाकरण रफ्तार नहीं पकड़ रहा है। रविवार को जिला में 81 बच्चों ने टीका लगवाया। रविवार के दिन पालक बच्चों को खुद अपने साथ लेकर अस्पतालों के सेंटरों में टीका लगवा सकते हैं। इसको लेकर स्कूल और स्वास्थ्य विभाग की ओर से ठोस पहल करने की जरूरत है।
विभाग खुद कर सकता है पहल
स्कूलों से पालकों का मोबाइल नंबर लेकर स्वास्थ्य विभाग वेरिफायर के माध्यम से उनसे संपर्क कर सकता है। जिन छात्र-छात्राओं ने टीका नहीं लगवाया है उनको बुलाकर टीका लगाया जा सकता है। कोरोना से बचाव के लिए यह पहल करना बेहद जरूरी है।
25 लाख से अधिक डोज लग चुका है टीका
जिला में सभी उम्र के लोगों को अब तक 25,37,539 डोज टीका लगाया जा चुका है। जिला के करीब एक लाख बच्चों को टीका लगाया जाना है, जिसमें से महज 36677 बच्चों को पहला डोज लगाया गया है। अब तक पचास फीसदी बच्चों ने भी पहला डोज नहीं लगवाया है।
बच्चों की चल रही परीक्षा
डॉक्टर दिव्या श्रीवास्तव, जिला टीकाकरण अधिकारी, दुर्ग ने बताया कि 12 प्लस के छात्र-छात्राओं को टीका लगाने की रफ्तार कुछ धीमी हो गई है। इसके पीछे वजह बच्चों का परीक्षा शुरू हो जाना है। वहीं कुछ बच्चों की छुट्टी लग चुकी है। बावजूद इसके प्रयास किया जा रहा है कि अधिक से अधिक बच्चों को दोनों डोज समय पर लगाया जा सके।