scriptBreaking news मरीजों की सेवा करते हुए वे खुद हो गए संक्रमित, मां को भी दूर से ही कहा अलविदा | Infected while serving, could not give shoulder to sister's funeral | Patrika News
भिलाई

Breaking news मरीजों की सेवा करते हुए वे खुद हो गए संक्रमित, मां को भी दूर से ही कहा अलविदा

छोटी बहन के जनाजे को नहीं दे पाए कंधा.

भिलाईJul 27, 2021 / 10:47 pm

Abdul Salam

Breaking news मरीजों की सेवा करते हुए वे खुद हो गए संक्रमित, मां को भी दूर से ही कहा अलविदा

Breaking news मरीजों की सेवा करते हुए वे खुद हो गए संक्रमित, मां को भी दूर से ही कहा अलविदा

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर-1 हॉस्पिटल के सीनियर लैब टैक्नीशियन शाहिद हुसैन कोरोना काल में लगातार ड्यूटी में जुटे हुए थे। जिस वक्त कोरोना महामारी से जिला में मौत का सिलसिला थम नहीं रहा था, उनको 7 अप्रैल 2021 को फोन आया कि नागपुर में उनकी छोटी बहन का इंतकाल हो गया। वे यह सुनकर बेचैन हो गए। मरीजों की संख्या अस्पतालों में बढ़ रही थी। रूटीन दवा के लिए लोग परेशान हो रहे थे। उन्होंने तय किया कि वे इन हालात में ड्यूटी छोड़कर नहीं जा सकते। इस तरह से अपनी लाडली बहन को आखिरी सफर के दौरान कंधा नहीं दे पाए।

खुद हो गए संक्रमित
बहन की मौत के बाद ड्यूटी करते हुए वे खुद भी इस दौरान संक्रमित हो गए। होम आइसोलेशन में तबीयत बिगड़ती देख उनको 24 अप्रैल को सेक्टर-9 अस्पताल में एडमिट किए। वहां भी तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था तब रायपुर के निजी अस्पताल में रेफर किए। वहां से वे ठीक होकर लौटे। तब मालूम हुआ कि मां भी संक्रमित हो गई है।

मां को किए सेक्टर-9 में एडमिट
बुजुर्ग मां भी कोरोना संक्रमित हो गई, उनको 3 मई 2021 बीएसपी के पं. जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय व अनुसंधान केंद्र, सेक्टर-9 में एडमिट किए। जहां तमाम कोशिशों के बाद भी उनको बचाया नहीं जा सका। 24 मई को मां ने भी दम तोड़ दिया। शाहिद को चिकित्सकों ने बेड रेस्ट करने कहा था। बावजूद इसके वे मां को अंतिम विदाई देने कब्रिस्तान तक पहुंचे, लेकिन दूर से ही अलविदा कहकर लौट आए। स्वास्थ्य कर्मियों ने कोरोना महामारी के दौरान जिस तरह से ड्यूटी किया है, वह काबिले तारीफ है। यही वजह है कि हर कोई इन कर्मियों का सम्मान समय-समय पर कर रहा है।

इस बात का है दर्द
शाहिद कहते हैं कि उनकी इच्छा थी कि छोटी बहन की तकलीफ के दौरान वे उसके पास रहें। कोरोना महामारी में हालात अस्पताल में ऐसे थे कि यह हो न सका। इसके बाद जब मां की तबीयत बिगड़ी तो वे खुद इतने बीमार हो चुके थे कि बिस्तर से उठना मुश्किल हो रहा था। इस तरह मां की भी जैसी सेवा करना था वह करने का मौका नहीं मिला। अब उनकी यादें ही हैं जिसे सहेज रखा है।

Home / Bhilai / Breaking news मरीजों की सेवा करते हुए वे खुद हो गए संक्रमित, मां को भी दूर से ही कहा अलविदा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो