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बीएसपी के 17000 ठेका श्रमिकों के बोनस पर आईआर विभाग अब तक नहीं बुलाई बैठक

locationभिलाईPublished: Oct 05, 2022 05:23:28 pm

ठेका श्रमिक को पूजा से पहले बोनस,

बीएसपी के 17000 ठेका श्रमिकों के बोनस पर आईआर विभाग अब तक नहीं बुलाई बैठक

बीएसपी के 17000 ठेका श्रमिकों के बोनस पर आईआर विभाग अब तक नहीं बुलाई बैठक

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र में काम करने वाले 17000 से अधिक ठेका श्रमिकों को बोनस देने के मामले में अब तक आईआर विभाग ने बैठक नहीं बुलाई है। ठेका श्रमिक यूनियन ने 14 सितंबर को आंदोलन किया। तब प्रबंधन ने सर्कुलर जारी कर पूजा से पहले बीएसपी के ठेका श्रमिकों को भी बोनस दिलाने की बात कहा था। इसके साथ-साथ यह भी कहा गया कि आईआर विभाग ठेकेदारों के साथ बैठक कर उनसे कहेगा कि त्योहार से पहले ठेका श्रमिकों को बोनस दे दिया जाए। दुर्गा पूजा और दशहरा निकल गया। अब तक प्रबंधन ने बैठक ही नहीं बुलवाया है।

वेतन देने से पहले करवा रहे बोनस के दस्तावेज में हस्ताक्षर
बीएसपी के ठेकेदार अब तक मजदूरों को वेतन नहीं दिए हैं। वेतन दिए जाने से पहले एक खाली पेज में मजदूरों से हस्ताक्षर करवाया जा रहा है, कि उनको बोनस दिया गया है। बोनस मजदूरों के सीधे खाते में डाला जाए। अगर उसमें से वापस मांगा जाता है तब यूनियन उसको सबूत के साथ प्रबंधन के सामने पेश करेगी।

ठेका मजदूरों को अधिक जरूरत बोनस की
बीएसपी के नियमित कर्मियों को देर से भी बोनस मिलेगा तो उनके त्योहार फीके पडऩे वाले नहीं है। वहीं दूसरी ओर अगर ठेका श्रमिकों को बोनस नहीं दिया जाता है, तो उनके बच्चों की दिपावली की खुशियों पर असर पड़ेगा। यही वजह है कि बार-बार ठेका श्रमिकों के खातों तक बोनस की रकम पहुंचे। इसको लेकर जद्दोजहद किया जा रहा है।

बीआरएम में मजदूरों को काम से हटाने की धमकी
बीआरएम में ठेका मजदूर ठेकेदार और पेटी ठेकेदार किसी से भी बोनस की मांग नहीं कर रहे हैं। यहां ठेकेदार के सुपरवाइजर ने साफ कह दिया है कि अगर कोई बोनस मांगता है तो उसे काम से हटाया जाएगा। उसका गेटपास छीन लेंगे। काम से हटा देने की धमकी से मजदूर डर गए हैं। यहां अब यूनियन नेता ही जाकर कुछ हल निकाल सकते हैं।

मजदूरों को नहीं दिए बोनस तो होगी शिकायत
सीटू ठेका प्रकोष्ठ के महासचिव योगेश सोनी ने कहा कि यूनियन ने इस बार ठान लिया है कि हर ठेकेदार अपने-अपने मजदूरों को समय पर बोनस नहीं देता है। तब उसकी शिकायत की जाएगी। वहीं जो ठेकेदार बिना पैसा दिए मजदूरों से हस्ताक्षर करवाने की सोच रहा है, उसकी भी खैर नहीं। इस बार यूनियन पूरे सबूतों के साथ प्रबंधन के सामने जाएगी। ठेकेदार के खिलाफ कम से कम कार्रवाई तो करना ही होगा। दस्तावेजों को विजिलेंस को भी सौंपा जाएगा।

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