सिर्फ एक दिन पारा सामान्य से ऊपर
इस मई में मात्र एक दिन ही तापमान सामान्य से अधिक रहा। मौसम वैज्ञानिक पीएल देवांगन ने बताया कि पिछले 30 वर्ष के तापमान के आधार पर मई के महीने में सामान्य तापमान 41.5 से 42 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए, लेकिन इस बात इन 15 दिनों में केवल एक दिन ही पारा सामान्य से अधिक रहा। इसमें सबसे ज्यादा सामान्य तापमान 20 से 24 मई तक 42 डि.से होता है। इन दिनों गर्मी अपनी चरम पर होती है और पारा सामान्य से चार या पांच डिग्री ज्यादा दर्ज होता है। इन 15 दिनों में सामान्य तापमान 41.5 से 41.8 होता है, लेकिन द्रोणिका की वजह से पारा 40 से नीचे तक पहुंच गया। सोमवार को ही अधिकतम तापमान में सामान्य से सीधे पांच डिग्री की गिरावट आई और पारा 37.6 पर आ कर अटका। जबकि न्यूनतम पारा सीधे 7 डिग्री कम 20.8 डि.से तक आ गया।
इस मई में मात्र एक दिन ही तापमान सामान्य से अधिक रहा। मौसम वैज्ञानिक पीएल देवांगन ने बताया कि पिछले 30 वर्ष के तापमान के आधार पर मई के महीने में सामान्य तापमान 41.5 से 42 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए, लेकिन इस बात इन 15 दिनों में केवल एक दिन ही पारा सामान्य से अधिक रहा। इसमें सबसे ज्यादा सामान्य तापमान 20 से 24 मई तक 42 डि.से होता है। इन दिनों गर्मी अपनी चरम पर होती है और पारा सामान्य से चार या पांच डिग्री ज्यादा दर्ज होता है। इन 15 दिनों में सामान्य तापमान 41.5 से 41.8 होता है, लेकिन द्रोणिका की वजह से पारा 40 से नीचे तक पहुंच गया। सोमवार को ही अधिकतम तापमान में सामान्य से सीधे पांच डिग्री की गिरावट आई और पारा 37.6 पर आ कर अटका। जबकि न्यूनतम पारा सीधे 7 डिग्री कम 20.8 डि.से तक आ गया।
2016 में बनी थी ऐसी स्थिति मौसम वैज्ञानिक कहते हैं कि अप्रैल के आखिर और मई में गर्म हवा आने से उपरी हिस्से में वाष्प जमा होती है। इसमें जब नमी वाली हवा मिलती है तो बारिश की स्थिति बन जाती है। अक्सर मई के महीने में बीच-बीच में बारिश होती है। लेकिन इस वर्ष शुरुआती 15 दिन अच्छी बारिश हो गई। ऐसी स्थिति 2011 और 2016 में बनी थी। दो साल पहले मई में 12 दिन बारिश हुई जिसमें से सबसे ज्यादा बारिश 26 मई को 16.5 मिमी दर्ज की गई। इस बार हाल में 12 मई को सबसे ज्यादा 8.8 मिमी बारिश दर्ज की गई।