भिलाई

करवाचौथ: फौजी पतियों का फर्ज और प्यार साथ-साथ, पत्नी आवाज सुनकर तोड़ सके व्रत, इसलिए जंगल में लगाया अनोखा जुगाड़

– 50 मीटर तक की ऊंचाई पर नेटवर्क मिलने पर ब्लू-टूथ के सहारे घरवालों से हो पाएगी बात (karwa chauth festival)- बस्तर के जंगलों में तैनात अर्धसैनिक बल के जवानों ने नेटवर्क की समस्या दूर करने अपनाया यह तरीका
 

भिलाईOct 17, 2019 / 02:19 pm

Dakshi Sahu

करवाचौथ: फौजी पतियों का फर्ज और प्यार साथ-साथ, पत्नी आवाज सुनकर तोड़ सके व्रत, इसलिए जंगल में लगाया अनोखा जुगाड़

कोमल धनेसर@भिलाई. करवाचौथ (karwa chauth festival in Chhattisgarh)पर देशभर में जहां पत्नी अपने पति का दीदार करने के बाद व्रत तोड़ती है, वहीं देश की रक्षा करने वाले जवानों के यहां कुछ अलग स्थिति रहती है। छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar maoist affected areas) संभाग में तैनात अर्धसैनिक बलों (Paramilitary forces of India) के जवान उस दिन पत्नी से बात ही जाए तो खुद को खुशनसीब समझते हैं। दरअसल मोबाइल नेटवर्क (Mobile network) कमजोर होने की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों से आए जवान अपने घरों में नियमित बात भी नहीं कर पाते। कोंडागांव से 40 किमी दूर हडेली में तैनात आईटीबीपी (ITBP) की 41 वीं बटालियन के जवानों ने इसके लिए पहले से तैयारी की है।
किस्मत रही तो होती है लंबी बात
हडेली सीओबी (ITBP COB Kondagaon Baster) के कमांडर एवं असिस्टेंट कमांडेट सुरेश यादव ने बताया कि अंदरूनी इलाके में हर वक्त नेटवर्क की समस्या रहती है। यहां दो-चार ऐसे प्वाइंट हैं जहां थोड़ा नेटवर्क आता है। ऐसे में स्मार्टफोन को लटकाकर ब्लू टूथ की मदद से बात करने की कोशिश करते हैं। पहले एक डिब्बे में मोबाइल को पेड़ के सहारे ऊंचाई पर लटकाया जाता है। 50 मीटर तक रस्सी के सहारे लटकाने पर कई बार नेटवर्क मिलता है। वे नंबर डायल कर फोन डिब्बे में डालकर तेजी से रस्सी को खींचकर फोन को ऊपर उठाते हैं। फोन ब्लू-टूथ से कनेक्ट रहता है। नेटवर्क मिलने पर रिंग होती है और बात हो जाती है। कई बार एक-दो मिनट तक बात हो जाती है, अगर किस्मत सही रही तो पांच-दस मिनट तक यह सिलसिला चलता है।
सात वचन के संग एक वादा यह भी
आईटीबीपी 41 बटालियन के जवानों व अधिकारियों का कहना है कि देश के सैनिक की शादी के वक्त सात वचन के संग एक वादा यह भी लेते हैं कि उनकी पहला फर्ज देश के लिए है, उसके बाद परिवार का नंबर आता है। इसलिए शायद उनकी पत्नी में भी यह हौसला आ ही जाता है कि करवचौथ हो या कोई दूसरा त्योहार वे दूर रहकर मनाना सीख ही जाती है।
प्रदेश में माओवादियों से लोहा लेने बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, सहित स्टेट पुलिस के जवान जंगलों में तैनात है। ऐसे में इस खास दिन पर अपनी पत्नी की आवाज सुनने मोबाइल को पेड़ पर लटकाकर बात करेंगे। अपने परिवार से दूर जंगलों में बैठे इन जवानों के कंधे सुरक्षा की जिम्मेदारी है,लेकिन कभी-कभी जब घर की याद आती है तो भले ही आंखें नम ना हो पर चेहरे पर उदासी साफ नजर आती है।
करवाचौथ: फौजी पतियों का फर्ज और प्यार साथ-साथ, पत्नी आवाज सुनकर तोड़ सके व्रत, इसलिए जंगल में लगाया अनोखा जुगाड़
पति की सलामती के साथ वतन की सुरक्षा की दुआ
शादी को चाहे सालभर हुआ हो या 25 साल गुजर गए हो ऐसे मौके गिनती के ही आए जब वे करवाचौथ पर अपनी पत्नी को हाथों से पानी पिलाकर व्रत पूरा करा पाए। बस्तर के कोंडागांव में तैनात आईटीबीपी 41 बटालियन की हडेली सीओबी के जवानों ने पत्रिका के संग जब अपने अहसास बांटे तो समझ आया कि सरहद पर यह जवान बहादुरी से ड्यूटी कर रहे हैं तो उनकी पत्नियां भी कम साहसी नहीं जो अपने पति की सलामती के साथ वतन की सुरक्षा की दुआ मांग रही है क्योंकि देश सुरक्षित होगा तभी उसका चांद भी सलामत रहेगा।
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