जानकारी के अनुसार आईसीसीयू में किडनी की बीमारी से ग्रस्त एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत की घटना से गुस्साए परिजनों ने रात्रिकालीन ड्यूटीरत डॉ. विप्लव चंद्राकर के साथ रात करीब 10 बजे मारपीट की। परिजनों का आरोप था कि इलाज में लापरवाही किए जाने के कारण बुजुर्ग की मौत हो गई। दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बुजुर्ग की हालत नाजुक थी और इसकी जानकारी परिजनों को पहले ही दे दी गई थी।
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक शहर के एक परिवार के लोगों द्वारा अस्पताल में रात को शोरशराबा करते हुए चिकित्सक के साथ मारपीट की गई है। डॉ. विप्लव चंद्राकर जूनियर चिकित्सक (जूडो) हैं। डॉक्टर की पिटाई किए जाने की सूचना के बाद सिविल सर्जन डॉ. यूएस चंद्रवंशी रात को अस्पताल पहुंचे। उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
सिविल सर्जन ने कहा कि बुजुर्ग उम्रदराज थे और वह लंबे समय से किडनी बीमारी से ग्रसित थे। उनका लगातार डायलिसिस भी होता रहा है। इधर मारपीट की खबर के बाद जूनियर डॉक्टरों ने पुलिस से शिकायत की है। बताया जा रहा है कि जूनियर डॉक्टरों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर हड़ताल में जाने की चेतावनी दी है। परिजनों द्वारा तोडफ़ोड़ किए जाने के मामले में सिविल सर्जन ने भी पुलिस से शिकायत की है। अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि उपद्रव करने वालों में कुछ लोग नशे में थे। डॉ. यूएस चंद्रवंशी, सिविल सर्जन जिला अस्पताल राजनांदगांव ने बताया कि जूनियर डॉक्टर के साथ मरीज के परिजनों द्वारा मारपीट की गई है। मामले की रिपोर्ट पुलिस में की गई है।