scriptकामधेनु विवि. में बड़ी गड़बड़ी, बिल्डिंग विस्तार के लिए सरकार ने दिया पैसा तो 1.80 करोड़ रुपए से खड़ा कर दिया सिर्फ पिल्लर | Kamdhenu University has revealed a big mess | Patrika News

कामधेनु विवि. में बड़ी गड़बड़ी, बिल्डिंग विस्तार के लिए सरकार ने दिया पैसा तो 1.80 करोड़ रुपए से खड़ा कर दिया सिर्फ पिल्लर

locationभिलाईPublished: Sep 14, 2019 12:52:26 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

कामधेनु विश्वविद्यालय में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। विवि प्रशासन वेटेरनरी कॉलेज बिल्डिंग का विस्तार करने के बजाय पिल्लर खड़ा करने में मोटी रकम खर्च कर डाली।

कामधेनु विवि. में बड़ी गड़बड़ी, बिल्डिंग विस्तार के लिए सरकार ने दिया पैसा तो 1.80 करोड़ रुपए से खड़ा कर दिया सिर्फ पिल्लर

कामधेनु विवि. में बड़ी गड़बड़ी, बिल्डिंग विस्तार के लिए सरकार ने दिया पैसा तो 1.80 करोड़ रुपए से खड़ा कर दिया सिर्फ पिल्लर

भिलाई. कामधेनु विश्वविद्यालय (Kamdhenu University) में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। विवि प्रशासन वेटेरनरी कॉलेज बिल्डिंग का विस्तार करने के बजाय पिल्लर खड़ा करने में मोटी रकम खर्च कर डाली। शासन ने विवि को अंजोरा वेटरनरी कॉलेज (veterinary college in cg)बिल्डिंग का विस्तार के लिए 1 करोड़ 80 लाख रुपए मंजूर किए थे। नॉबार्ड से ऋण लेकर अधोसंरचना मद से विवि प्रशासन को फंड उपलब्ध कराया था। इस राशि को विवि के तकनीकी डिपार्टमेंट के इंजीनियर्स ने भवन के सौंदर्यीकरण पर खर्च कर दिया। इतनी बड़ी राशि खर्च करने के बावजूद कॉलेज भवन की सुंदरता नहीं बढ़ी।
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कांक्रीट का खड़ा कर दिया पिल्लर
प्रस्ताव के मुताबिक एलीवेशन का काम नहीं हुआ। सौंदर्यीकरण के नाम पर बिल्डिंग के सामने कांक्रीट का पिल्लर खड़ा है। पिछली सरकार ने पुरानी बिल्डिंग का विस्तार का निर्णय लिया था। पुरानी बिल्डिंग के छत पर फस्र्ट प्लोर बनाने के लिए नाबार्ड से लोन लेकर 1.80 करोड़ रुपए का फंड विवि को उपलब्ध कराया गया था। फंड की स्वीकृति मिलने के बाद इंजीनियरों ने प्रस्ताव को बदल दिया। राशि को सौंदर्यीकरण पर खर्च करने का प्रस्ताव तैयार किया। महाविद्यालय की पुरानी बिल्डिंग के दीवार से पिल्लर खड़ी करने का निर्णय लिया गय था। निर्णय के अनुसार पिल्लर पर ग्रेनाइट लगाकर रंगरोगन किया जाना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
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जांच से पहले ही मूल विभाग में लौैटे
वर्तमान कुलपति और रजिस्ट्रार इस मामले में कुछ समझ पाते। इससे पहले ही प्रभारी अधीक्षण अभियंता संतोष अग्रवाल की मूल विभाग जल संसाधन विभाग में वापसी हो गई है। पूर्ववर्ती सरकार ने अग्रवाल को जल संसाधन विभाग से प्रतिनियुक्ति पर कामधेनु विवि में प्रभारी अधीक्षण अभियंता के पद पर पदस्थ किया था। अग्रवाल ने प्रभारी अधीक्षण अभियंता के अधिकार से 46 करोड़ की लागत से अंजोरा में बन रही कामधेनु विवि का प्रशासनिक भवन, कुलपति निवास, रेस्ट हाउस, प्रोफेसर्स हाउस, रिसर्च टॉवर के बिल वाउचर पर साइन किया। तीन साल में एक बिल्डिंग तक तैयार नहीं कर पाया। सभी कार्य अधूरा है। प्रस्तावित भवनों का 70-80 फीसद काम ही पूरा हुआ है।
गड़बड़ी तो यहां हुई बिना टेंडर के ठेका
यह काम बिना टेंडर के ठेका में दिया गया है। इसकी जानकारी पूर्व कुलपति यूके मिश्रा, तत्कालीन रजिस्ट्रार ने बिल का भुगतान किया। 1.80 करोड़ रुपए को करीब चार फीट चौड़ा 20 फीट ऊंचा कांक्रीट के 26 पिल्लर बनाने में खर्च कर दिए। रजिस्ट्रार, कामधेनु विवि. डॉ. पीके मरकाम ने बताया कि तकनीकी विभाग को इस मामले को लेकर पत्र लिखा है। खर्च और कार्य की प्रगति रिपोर्ट की जानकारी मांगी है। जानकारी मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
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