पत्रिका की पहल पर श्रमदान यही स्थिति नगर के रेवाबंद तालाब की है, जिस पर पत्रिका की पहल अमृतं जलम् अभियान पर लोगों ने श्रमदान किया। 19 मई रविवार सुबह 6.30 से 8 बजे तक तालाब से कचरा व गंदगी निकाला गया। साथ ही पचरी के आसपास की साफ-सफाई कर उसे निस्तारी योग्य बनाया गया। इससे अब रेवाबंद तालाब के आसपास मौजूद बस्ती के लोग यहां नहाने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
जल संरक्षण व एकत्रीकरण के लिए जमीनी स्तर पर उपाय की जरुरत जिले में पानी की समस्या एक विकराल समस्या है। जल की जरुरतों को पूरा करने के लिए नदी, जलाशयों और भू-जल स्त्रोतों का दोहन हो रहा है, लेकिन जल संरक्षण व एकत्रीकरण के लिए जमीनी स्तर पर उपाय की जरुरत है। यह स्थिति फिलहाल कवर्धा शहर में दिखाई नहीं दे रहा, लेकिन यह नौबत न आए के लिए भू-जल स्त्रोतों का संरक्षण बेहद आवश्यक है। इसके चलते ही नगर में यह अभियान शुरू किया गया।
अब सफाई हो चुकी, तो निस्तारी हो सकती है पत्रिका के अमृतं जलम् अभियान में आस्था समिति, स्वच्छता टीम, हरीतिमा टीम, प्रयास स्पोर्टर्स एकेडमी, संकल्प अकादमी के खिलाड़ी सहित अन्य वरिष्ठ नगरवासी मौजूद रहे। इनके सहयोग से पचरी और पचरी सामने तालाब में फैली गंदगी को साफ किया गया। गंदगी के कारण ही लोग यहां निस्तारी नहीं करते थे। अब सफाई हो चुकी है तो निस्तारी हो सकती है।