पुलिस ने बताया कि घटना गुरुवार की सुबह 11 बजे एमजीएम स्कूल के गेट नम्बर २ के सामने की है। राधिका नगर निवासी निको कंपनी के जीएम संजय सिंह का बेटा उत्कर्ष सिंह (१० वर्ष) रोज की तरह ऑटो से स्कूल गया। ऑटो में करीब १० बच्चे और थे। ऑटो चालक ने गेट नम्बर २ के सामने सभी बच्चों को उतारा और चला गया। सभी बच्चे दौड़कर स्कूल की ओर चले गए।
टॉफी लेने से किया इनकार
उत्कर्ष आराम से जा रहा था तभी तभी ट्रांसफॉर्मर के सामने खड़ा एक बाइक सवार उसे टॉफी दिखाकर अपने पास बुलाने लगा। उत्कर्ष ने टॉफी लेने से इनकार कर दिया तो उसे जबरिया अपनी बाइक पर बैठाने लगा। उत्कर्ष चिल्लाते हुए बाइक सवार के पेट पर एक मुक्का मारा और हाथ छुड़ाकर स्कूल की ओर भागा। इसकी जानकारी उसने स्कूल के गार्ड को दी। गार्ड तत्काल उत्कर्ष को प्रिंसिपल साइनी प्रकाश के पास ले गया।
उत्कर्ष आराम से जा रहा था तभी तभी ट्रांसफॉर्मर के सामने खड़ा एक बाइक सवार उसे टॉफी दिखाकर अपने पास बुलाने लगा। उत्कर्ष ने टॉफी लेने से इनकार कर दिया तो उसे जबरिया अपनी बाइक पर बैठाने लगा। उत्कर्ष चिल्लाते हुए बाइक सवार के पेट पर एक मुक्का मारा और हाथ छुड़ाकर स्कूल की ओर भागा। इसकी जानकारी उसने स्कूल के गार्ड को दी। गार्ड तत्काल उत्कर्ष को प्रिंसिपल साइनी प्रकाश के पास ले गया।
अपहरण का यह तीसरा प्रयास
संजय सिंह ने पुलिस को बताया कि उत्कर्ष के अपहरण का यह तीसरा प्रयास है। पहली बार अगस्त २०१८ में सुपेला मार्केट में अपहरण का प्रयास किया गया था। वह सामान खरीद रहा था तभी कोई व्यक्ति उत्कर्ष को चॉकलेट का लालच देकर अपने पास बुला रहा था। उत्कर्ष के बताने पर देखा तब तक वह नदारद हो चुका था। इसके बाद सितंबर 2018 में भी स्कूल जाने के दौरान इसी तरह चॉकेलट दिखाकर कोई उसे अपने पास बुला रहा था। अब तीसरा बार प्रयास किया गया है।
संजय सिंह ने पुलिस को बताया कि उत्कर्ष के अपहरण का यह तीसरा प्रयास है। पहली बार अगस्त २०१८ में सुपेला मार्केट में अपहरण का प्रयास किया गया था। वह सामान खरीद रहा था तभी कोई व्यक्ति उत्कर्ष को चॉकलेट का लालच देकर अपने पास बुला रहा था। उत्कर्ष के बताने पर देखा तब तक वह नदारद हो चुका था। इसके बाद सितंबर 2018 में भी स्कूल जाने के दौरान इसी तरह चॉकेलट दिखाकर कोई उसे अपने पास बुला रहा था। अब तीसरा बार प्रयास किया गया है।
सुलगते सवाल
१. उत्कर्ष ने तत्काल गेट पर तैनात गार्ड और फिर उसके बाद प्राचार्य को घटना बताई फिर भी स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना नहीं दी।
२ . ऑटो व रिक्शा चालक बच्चों को स्कूल से काफी दूर छोड़कर चले जाते हंै, जबकि उन्हें स्कूल परिसर के अंदर तक छोडऩा चाहिए।
३ . गेट पर तैनात गार्ड अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते। बच्चे को कौन लेने आया, किसके साथ जा रहा है इससे स्कूल प्रबंधन को कोई मतलब नहीं है। जबकि शहर के अन्य कई निजी स्कूल में बगैर पहचान के दूसरे के साथ बच्चों को नहीं जाने दिया जाता।
१. उत्कर्ष ने तत्काल गेट पर तैनात गार्ड और फिर उसके बाद प्राचार्य को घटना बताई फिर भी स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना नहीं दी।
२ . ऑटो व रिक्शा चालक बच्चों को स्कूल से काफी दूर छोड़कर चले जाते हंै, जबकि उन्हें स्कूल परिसर के अंदर तक छोडऩा चाहिए।
३ . गेट पर तैनात गार्ड अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते। बच्चे को कौन लेने आया, किसके साथ जा रहा है इससे स्कूल प्रबंधन को कोई मतलब नहीं है। जबकि शहर के अन्य कई निजी स्कूल में बगैर पहचान के दूसरे के साथ बच्चों को नहीं जाने दिया जाता।
स्कूल जाने से डर रहा है उत्कर्ष
उत्कर्ष स्कूल नहीं गया। उसके पिता ने पुलिस को बताया कि उत्कर्ष बेहद डरा सहमा है। वह स्कूल जाने से मना करने लगा है। पुलिस ने उत्कर्ष के साथ ऑटो में जाने वाले बच्चों के साथ पहुंचकर घटना स्थल का मुआयना किया।
उत्कर्ष स्कूल नहीं गया। उसके पिता ने पुलिस को बताया कि उत्कर्ष बेहद डरा सहमा है। वह स्कूल जाने से मना करने लगा है। पुलिस ने उत्कर्ष के साथ ऑटो में जाने वाले बच्चों के साथ पहुंचकर घटना स्थल का मुआयना किया।
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
भिलाई नगर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। स्कूल में लगे सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। वहीं स्कूल की प्रिंसिपल और सुरक्षा गार्ड से पूछताछ की है, लेकिन पुलिस को अभी तक कोई क्लू नहीं मिला है।
एएसपी शहर विजय पांडेय ने बताया कि एमजीएम स्कूल के पांचवीं कक्षा के छात्र का अज्ञात आरोपी अगस्त से रेकी कर रहा है। उसके अपहरण का यहतीसरा प्रयास है।
भिलाई नगर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। स्कूल में लगे सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। वहीं स्कूल की प्रिंसिपल और सुरक्षा गार्ड से पूछताछ की है, लेकिन पुलिस को अभी तक कोई क्लू नहीं मिला है।
एएसपी शहर विजय पांडेय ने बताया कि एमजीएम स्कूल के पांचवीं कक्षा के छात्र का अज्ञात आरोपी अगस्त से रेकी कर रहा है। उसके अपहरण का यहतीसरा प्रयास है।
पैरेंट्स की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर जांच की जा रही है। इस मामले में स्कूल प्रबंधन की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है। घटना की जानकारी के बाद भी थाने में सूचना नहीं दी। प्राचार्य एमजीएम स्कूल सेक्टर 6, साइनी प्रकाश ने बताया कि इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। स्कूल में किसी बच्चे के साथ ऐसी घटना नहीं हुई है।