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कर्ज में डूबे ड्राइवर ने तीन दोस्तों के साथ यू ट्यूब पर फिल्म देखकर रच डाली अपहरण की साजिश

locationभिलाईPublished: Oct 10, 2018 12:18:46 am

Submitted by:

Naresh Verma

चोरी की कार में बच्चे के अपहरण की गुत्थी सुलझाने में पुलिस कामयाब रही। इस वारदात को कर्ज में डूबे युवक ने अपने तीन साथियों के साथ अंजाम दिया था।

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कर्ज में डूबे ड्राइवर ने तीन दोस्तों के साथ यू ट्यूब पर फिल्म देखकर रच डाली अपहरण की साजिश

भिलाई. चोरी की कार में बच्चे के अपहरण की गुत्थी सुलझाने में पुलिस कामयाब रही। इस वारदात को कर्ज में डूबे युवक ने अपने तीन साथियों के साथ अंजाम दिया था। उसने अपहरण की साजिश यू ट्यूब में फिल्म देखकर रची थी। दो महीने से अपहरण की तैयारी कर रहा था। इस बीच उसने अपने तीन दोस्तों को भी साजिश में शामिल कर लिया। बच्चे का अपहरण करने के कुछ घंटे में ही इनकी पहचान हो गई थी जिसकी वजह से यह बच्चे को छोड़कर भाग गए थे। पुलिस ने अपहरण के चारों आरोपियों को वारदात के आठ घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। इनमें मुख्य आरोपी रिसाली भाठा हनुमान मंदिर के पास रहने वाला ड्राइवर मुकुल सोना उर्फ शूटर (19) के अलावा प्लास अपार्टमेंट इस्पात नगर शेखर नायक (18), रिसाली निवासी दीपक रोका उर्फ थापा (18) और एक नाबालिग शामिल था।
बच्ची ने बताया, कार में ले गए हैं नमन को

पुलिस को घटना की सूचना दो घंटे के बाद मिली। बताया गया कि बीएसपी क्लब डी पाकेट मरौदा से १३ वर्ष के एक बालक को अपहरण कर लिया गया है। पुलिस तत्काल अलर्ट हो गई। चारों तरफ नाकाबंदी कर दी गई। हर चौराहे पर डायल 112 को तैनात कर दिया गया। एसएसपी संजीव शुक्ला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) विजय पांडेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) गोपीचंद मेश्राम, नगर पुलिस अधीक्षक एसएस शर्मा और उप पुलिस अधीक्षक (क्राइम) प्रवीरचंद्र तिवारी और डायल ११२ और क्राइम ब्रंाच के अधिकारी व कर्मचारी घटना स्थल पर पहुंचे। वहां मालूम चला कि वाहन क्रमांक सीजी 07 ए वी 2252 सफेद रंग की कार में मरौदा डी पॉकेट निवासी अजय चन्द्राकर के पुत्र नमन चन्द्राकर का कार में अपहरण कर लिया गया है।
जिस ड्राइवर की इमानदारी पर मालिक को था भरोसा, वही निकला कार चोर

पुलिस को अहम सुराग एक बच्ची से मिला। उसने अपरहणकर्ताओं की कार का नंबर पढ़ लिया था। पुलिस को उसने नंबर बताया वह सही निकला। तफ्तीश करने पर वह कार पद्मनाभपुर के विनोद जैन की निकली। वह कार चार दिन पहले चोरी हो गई थी। कार मालिक से ड्राइवर का पूछा तो उन्होंने कहा कि वह दो दिन से नहीं आ रहा। पुलिस ने कार उसी के द्वारा चोरी करने का शक जताया तो कार मालिक ने कहा, ऐसा नहीं हो सकता। उनका ड्राइवर इमानदार है। फिर पुलिस उसकी तलाश में जुट गई।
युवक ने खोला साजिश का राज

पुलिस को दूसरा अहम सुराग एक युवक से मिला। उस युवक ने चारों आरोपियों को अपहरण की साजिश रचते सुना था। चारों जब बच्चे को लेकर फरार हुए, तब उसने उनकी कार को स्कूल के पास देख लिया था। आरोपी भी उसी के मोहल्ले का रहने वाला था। उसने पुलिस को आरोपियों के नाम और मोबाइल नंबर उपलब्ध
करा दिए।
सीडीआर खंगाला तो पकड़े गए आरोपी

पुलिस ने मोबाइल नंबर से सीडीआर खंगाला। सोशल मीडिया से उसका फोटो निकाला। उसकी लोकेशन मरोदा और रिसाली के आसपास मिली। पुलिस रात एक बजे ड्राइवर मुकुल के घर पहुंच गई। वह बच्चे को छोड़कर अपने घर चला गया था। पहले तो वह पुलिस को बहकाता रहा, लेकिन जब पुलिस ने कनपटी सेंकी तो उसने सबकुछ उगल दिया। अपने तीनों साथियों के नाम भी बता दिए। उनको भी रात में गिरफ्तार कर लिया गया।
चार घंटे घुमाते रहे, पता लगा घिर गए तो भागे

विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस चैकिंग अभियान चला रही है। इस दौरान बच्चे को कार में लेकर निकले आरोपी शहर से बाहर नहीं निकल पाए। चार घंटे तक बच्चे को कार में लेकर घूमते रहे। फिर उसे १३ वर्षीय नमन चंद्राकर का दोनों हाथ बंद दिया था। नमन ने उतर्ई तक रास्ते को देखा। उतई के बाद उसे मकाब पहना दिए थे। उतई के आगे एक किराए का मकान ले लिया था। वहीं पर रख कर फिरौती मांगने वाले थे। लेकिन उन्हें मालूम चला कि घिर गए हैं तब रात ९ बजे नमन की स्कूल के सामने छोड़कर फरार हो गए।
नमन का मुंह दबाकर बैठा लिया कार पर

मुकुल इंडस्ट्रियल एरिया पद्मनाभपुर स्थित विनोद जैन की कार चलाता था। उसने अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए कार चोरी कर ली। वारदात के पहले दो दिन तक कार को इधर-उधर छुपाता रहा। इसके बाद जब नमन अपने घर से आधा किलोमीटर के फासले पर मोमोज की दुकान से लौट रहा था। तभी नकाब पहनकर कार से वहां पहुंचा। दो ने नमन का मुंह दबाकर कार में बैठा लिया।
साढ़े 4 लाख कर्ज फिरौती से चुकाता, बाकी पैसा गर्लफें्रड पर उड़ाने वाला था

मुकुल पर साढ़े चार लाख रुपए कर्ज था। वह फिरौती की रकम से कर्ज चुकाने वाला था। नमन को छोडऩे के एवज में वह पांच लाख रुपए फिरौती मांगने का मंसूबा पाले था। कर्ज उतारने के बाद शेष रकम आपस में बांटने के बाद गर्लफे्रंड पर उड़ाने की तैयारी में था।
इसलिए रची अपहरण की साजिश मुकुल ने

मुकुल ने अपने साथी आरोपी दीपक रोका को साजिश के बारे में बताया। दीपक की गर्लफें्रड की सहेली नमन की बहन थी। दीपक ने गर्र्लफ्रेंड से बातोबातों में नमन के परिवार की हिस्ट्री मालूम कर ली। चारों आरोपियों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए कोड वर्ड में अपने नाम पी१, पी२, पी३ पी४ रखा था। उसी नाम से पुकार कर आपस में बातचीत करते थे।
६ बजे पहुंचे थे स्कूल के पास चारों आरोपी

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सोमवार सुबह ६ बजे शारदा पब्लिक स्कूल पहुंचे। लेकिन नमन उस दिन स्कूल नहीं गया था। आरोपी वापस आ गए। फिर उसकी घर पर नजर रखने लगे। जब वह शाम को ५.३० बजे घर से पास में मोमोज खाने दुकान पर गया तो उसका पीछा करने लगे। उसको घर लौटते समय अगवा कर लिया।
इस संबंध में एसएसपी डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि अपहरण के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक आरोपी नाबालिग है। कर्ज चुकाने के लिए आरोपियों ने अपहरण की साजिश रची थी। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
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