सत्ता में रहने का अधिकार नहीं
कन्वेंशन का मसौदा पत्र पेश करते हुए इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजीव रेड्डी ने कहा कि सरकार की जनविरोधी और मेहनतकश विरोधी नीतियों के खिलाफ चल रहे संघर्ष की कड़ी में यह कंवेंशन हो रहा है। जिन श्रम अधिकारों व श्रम कानूनों को हासिल किया गया था, आज सरकार या तो उन श्रम कानूनों को खत्म कर रही है या मालिकों के हित में संशोधन कर रही है। यह सरकार श्रमिकों, किसानों, मेहनतकशों के हर तबके के खिलाफ काम कर रही है। इसलिए इस सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है।
कन्वेंशन का मसौदा पत्र पेश करते हुए इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजीव रेड्डी ने कहा कि सरकार की जनविरोधी और मेहनतकश विरोधी नीतियों के खिलाफ चल रहे संघर्ष की कड़ी में यह कंवेंशन हो रहा है। जिन श्रम अधिकारों व श्रम कानूनों को हासिल किया गया था, आज सरकार या तो उन श्रम कानूनों को खत्म कर रही है या मालिकों के हित में संशोधन कर रही है। यह सरकार श्रमिकों, किसानों, मेहनतकशों के हर तबके के खिलाफ काम कर रही है। इसलिए इस सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है।
वेतन समझौता को लेकर सरकार उदासीन
सीटू के राष्ट्रीय श्रमिक नेता तपन सेन ने कहा की डीपीई गाइडलाइन के नाम पर मजदूरों को गुमराह करने वाले यह जान लें, कि यूनियनों ने 6 वेतन समझौता डीपीई गाइडलाइन को चुनौती देते हुए उसे ठुकरा कर ही किया है। सरकार ने 3 साल के बाद वेतन समझौता को रिव्यू करने की बात कहा है, यह हुआ तो उद्योग का प्रबंधन से लेकर सरकार तक सब अराजक हो जाएंगे। सरकार की ऐसी मजदूर विरोधी, जनविरोधी व सार्वजनिक उद्योग विरोधी फैसलों के खिलाफ हड़ताल की तैयारी करें।
सीटू के राष्ट्रीय श्रमिक नेता तपन सेन ने कहा की डीपीई गाइडलाइन के नाम पर मजदूरों को गुमराह करने वाले यह जान लें, कि यूनियनों ने 6 वेतन समझौता डीपीई गाइडलाइन को चुनौती देते हुए उसे ठुकरा कर ही किया है। सरकार ने 3 साल के बाद वेतन समझौता को रिव्यू करने की बात कहा है, यह हुआ तो उद्योग का प्रबंधन से लेकर सरकार तक सब अराजक हो जाएंगे। सरकार की ऐसी मजदूर विरोधी, जनविरोधी व सार्वजनिक उद्योग विरोधी फैसलों के खिलाफ हड़ताल की तैयारी करें।
देश के विनाश को रोकेंगे
सीटू के राष्ट्रीय महासचिव तपन सेन ने कहा कि सरकार की नीतियों से समाज का हर तबका पीडि़त है। राष्ट्रीय हित खतरे में है। जिस तरह से आज सभी केंद्रीय श्रम संगठनों के नेताओं का राष्ट्रीय कंवेंशन हो रहा है। इसी तरह निचले स्तर तक यह एकता बननी चाहिए।
सीटू के राष्ट्रीय महासचिव तपन सेन ने कहा कि सरकार की नीतियों से समाज का हर तबका पीडि़त है। राष्ट्रीय हित खतरे में है। जिस तरह से आज सभी केंद्रीय श्रम संगठनों के नेताओं का राष्ट्रीय कंवेंशन हो रहा है। इसी तरह निचले स्तर तक यह एकता बननी चाहिए।
दूसरों को सिखा रहे देशभक्ति का पाठ
एचएमएस के राष्ट्रीय नेता हरभजन सिंह सिद्धू ने कहा कि शहीद ए आजम भगत सिंह की जयंती पर मजदूर संगठन एक मंच पर हैं। आज जो लोग राष्ट्रीय संपत्ति को बेच रहे हैं। प्रतिरक्षा क्षेत्र सहित हर क्षेत्र में विदेशी निवेशकों को अनुमति दे कर जो लोग राष्ट्र विरोधी काम कर रहे हैं, वो ही दूसरों को राष्ट्रभक्ति का पाठ पढ़ा रहे हैं।
एचएमएस के राष्ट्रीय नेता हरभजन सिंह सिद्धू ने कहा कि शहीद ए आजम भगत सिंह की जयंती पर मजदूर संगठन एक मंच पर हैं। आज जो लोग राष्ट्रीय संपत्ति को बेच रहे हैं। प्रतिरक्षा क्षेत्र सहित हर क्षेत्र में विदेशी निवेशकों को अनुमति दे कर जो लोग राष्ट्र विरोधी काम कर रहे हैं, वो ही दूसरों को राष्ट्रभक्ति का पाठ पढ़ा रहे हैं।
मेहनतकशों को बांटने की कोशिश
एटक के राष्ट्रीय महासचिव अजरमीत कौर ने कहा कि यह सरकार मेहनतकश लोगों के शोषण को बढ़ाने वाली नीतियों को छुपाने के लिए सांप्रदायिक और विभाजनकारी करतूतों से लोगों को बांटने का काम कर रही है। मजदूरों का किसानों का और आम जनता के हर तबके के आंदोलनों से मेहनतकशो की एकता मजबूत हो रही है।
यह लिया फैसला
एटक के राष्ट्रीय महासचिव अजरमीत कौर ने कहा कि यह सरकार मेहनतकश लोगों के शोषण को बढ़ाने वाली नीतियों को छुपाने के लिए सांप्रदायिक और विभाजनकारी करतूतों से लोगों को बांटने का काम कर रही है। मजदूरों का किसानों का और आम जनता के हर तबके के आंदोलनों से मेहनतकशो की एकता मजबूत हो रही है।
यह लिया फैसला
चरणबद्ध तरीके से बढ़ेगा आंदोलन
– अक्टूबर व नवंबर 2018 तक हर स्तर पर कंवेंशन पूरी होगी,
– नवंबर व दिसंबर 2018 तक संयुक्त गेट मीटिंग रैली की जाएगी,
– 17 से 22 दिसंबर 2018 तक संयुक्त स्ट्राइक नोटिस दिया जाएगा,
– 8 व 9 जनवरी 2019 का दो दिवसीय आम हड़ताल होगा।
– अक्टूबर व नवंबर 2018 तक हर स्तर पर कंवेंशन पूरी होगी,
– नवंबर व दिसंबर 2018 तक संयुक्त गेट मीटिंग रैली की जाएगी,
– 17 से 22 दिसंबर 2018 तक संयुक्त स्ट्राइक नोटिस दिया जाएगा,
– 8 व 9 जनवरी 2019 का दो दिवसीय आम हड़ताल होगा।