बड़ी दुर्घटना टली
बीएसपी के एसएमएस-3 कनवर्टर से एलएफ ले जाते समय रास्ते में यह लेडल फटा। लेडल 15 मिनट बाद फटता, तो तब तक वह कॉस्टिंग प्लेटफार्म करीब 10 मीटर ऊंचाई तक पहुंच चुका होता। वहां कम से कम इससे 20 कर्मचारी झुलस जाते। बीएसपी के कर्मचारी इस बात से नाराज हैं कि गैस हादसे के बाद भी प्रबंधन कर्मियों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दे रहा है।
बीएसपी के एसएमएस-3 कनवर्टर से एलएफ ले जाते समय रास्ते में यह लेडल फटा। लेडल 15 मिनट बाद फटता, तो तब तक वह कॉस्टिंग प्लेटफार्म करीब 10 मीटर ऊंचाई तक पहुंच चुका होता। वहां कम से कम इससे 20 कर्मचारी झुलस जाते। बीएसपी के कर्मचारी इस बात से नाराज हैं कि गैस हादसे के बाद भी प्रबंधन कर्मियों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दे रहा है।
160 टन हॉट मेटल गिरा
एक लेडल की क्षमता करीब 160 टन हॉट मेटल की होती है। इसमें से 160 टन हॉट मेटल ट्रैक के बीच गिर कर फैल गया। बीएसपी प्रबंधन अब इस मेटल को काटकर निकलवाएगा।
एक लेडल की क्षमता करीब 160 टन हॉट मेटल की होती है। इसमें से 160 टन हॉट मेटल ट्रैक के बीच गिर कर फैल गया। बीएसपी प्रबंधन अब इस मेटल को काटकर निकलवाएगा।
बार-बार कर रहे एक ही लेडल का इस्तेमाल
बीएसपी में विभाग के जिम्मेदार अधिकारी एक ही लेडल का उपयोग बार-बार कर रहे हैं। एक लेडल का इस्तेमाल 8 से 10 बार करने के बाद उसे मेंटनेंस में भेज दिया जाना चाहिए। इसके विपरीत 15 से 16 हिट्स एक लेडल से ले रहे हैं।
बीएसपी में विभाग के जिम्मेदार अधिकारी एक ही लेडल का उपयोग बार-बार कर रहे हैं। एक लेडल का इस्तेमाल 8 से 10 बार करने के बाद उसे मेंटनेंस में भेज दिया जाना चाहिए। इसके विपरीत 15 से 16 हिट्स एक लेडल से ले रहे हैं।
इस तरह तैयार होता है लेडल
लेडल को इस तरह तैयार किया जाता है, सबसे पहले बाल्टि में ब्रिक्स का लेयर लगाया जाता है, इसके बाद उसके ऊपर दो तरह के मेटल का लेयर लगाते हैं। इस तरह से यह तीन लेयर से इसे तैयार करते हैं। कर्मचारियों के मुताबिक पिछली बार जो हादसा हुआ था, उस लेडल में ब्रिक्स लगा था या नहीं यह भी नजर नहीं आ रहा था।
लेडल को इस तरह तैयार किया जाता है, सबसे पहले बाल्टि में ब्रिक्स का लेयर लगाया जाता है, इसके बाद उसके ऊपर दो तरह के मेटल का लेयर लगाते हैं। इस तरह से यह तीन लेयर से इसे तैयार करते हैं। कर्मचारियों के मुताबिक पिछली बार जो हादसा हुआ था, उस लेडल में ब्रिक्स लगा था या नहीं यह भी नजर नहीं आ रहा था।
संयंत्र में न हो बड़ी दुर्घटना
एमएसएस-1 में साल भर के दौरान 2 से 3 बार लेडल के लिकेज या फटने की घटना होती है। नए एसएमएस-3 में माहभर के भीतर ही दो बार इस तरह की घटना हो चुकी है। जिससे काम सुरक्षित किया जा रहा है या नहीं यह सवाल उठ रहे हैं। यहां की कमान जीएम प्रोजेक्ट के तौर पर काम पूरा करने वाले को ही दी गई है। इसके बाद भी सुरक्षित काम नहीं करवाया जा रहा है।
एमएसएस-1 में साल भर के दौरान 2 से 3 बार लेडल के लिकेज या फटने की घटना होती है। नए एसएमएस-3 में माहभर के भीतर ही दो बार इस तरह की घटना हो चुकी है। जिससे काम सुरक्षित किया जा रहा है या नहीं यह सवाल उठ रहे हैं। यहां की कमान जीएम प्रोजेक्ट के तौर पर काम पूरा करने वाले को ही दी गई है। इसके बाद भी सुरक्षित काम नहीं करवाया जा रहा है।
एलएफ में करते ऑक्सीजन को खत्म
एसएमएस-3 से लेडल में हॉट मेटल को एलएफ लेकर जाते, वहां प्रोसेस कर इसमें मौजूद ऑक्सीजन को खत्म किया जाता, जिससे यह ढलाई के लायक बन जाता। पहले भी हो चुका हादसा
बीएसपी में 24 अक्टूबर को भी स्टील मेल्टिंग शॉप-3 (एसएमएस-3) के समीप लेडल पंचर हो जाने से हॉट मेटल ट्रैक के बीच मौजूद गड्ढा में गिर गया। इस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। बावजूद इसके हाल ही में हुई दुर्घटना के बाद इस हॉट मैटल के पसर जाने से ही संयंत्र में हड़कंप मच गया। हॉट मेटल के लेडल से गिरने की वजह से मौके पर बड़ी आग नजर आने लगी। खबर लगते ही बीएसपी के दो दमकल वाहन मौके पर पहुंची। इन वाहनों ने हॉट मेटल को ठंडा किया।
एसएमएस-3 से लेडल में हॉट मेटल को एलएफ लेकर जाते, वहां प्रोसेस कर इसमें मौजूद ऑक्सीजन को खत्म किया जाता, जिससे यह ढलाई के लायक बन जाता। पहले भी हो चुका हादसा
बीएसपी में 24 अक्टूबर को भी स्टील मेल्टिंग शॉप-3 (एसएमएस-3) के समीप लेडल पंचर हो जाने से हॉट मेटल ट्रैक के बीच मौजूद गड्ढा में गिर गया। इस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। बावजूद इसके हाल ही में हुई दुर्घटना के बाद इस हॉट मैटल के पसर जाने से ही संयंत्र में हड़कंप मच गया। हॉट मेटल के लेडल से गिरने की वजह से मौके पर बड़ी आग नजर आने लगी। खबर लगते ही बीएसपी के दो दमकल वाहन मौके पर पहुंची। इन वाहनों ने हॉट मेटल को ठंडा किया।