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बड़ी लापरवाही: रेकॉर्ड में नाम नहीं था तो डॉक्टरों ने घायल बुजुर्ग महिला की तरफ झांका भी नहीं, तड़पकर मौत, Video

locationभिलाईPublished: Jan 22, 2019 12:40:38 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

पुलिस ने ऑटो में भानू सहित सवार छह लोगों को सुपेला अस्पताल में भर्ती कराया। भानू मोबाइल नंबर नहीं बता पाई, इस वजह से उनके परिजन से संपर्क नहीं हो सका।

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बड़ी लापरवाही: रेकॉर्ड में नाम नहीं था तो डॉक्टरों ने घायल बुजुर्ग महिला की तरफ झांका भी नहीं, तड़पकर मौत, Video

भिलाई. सड़क दुर्घटना में घायल 65 वर्ष की वृद्ध महिला शासकीय लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला में बिना इलाज के ढाई घंटे तड़पती रही। नाइट शिफ्ट के डॉक्टर उसे जिला अस्पताल रेफर कर चले गए। इसके बाद न हॉस्पिटल स्टाफ ने ध्यान दिया और न ही अस्पताल के पुलिस सहायता केंद्र में तैनात जवानों ने। परिजन साथ नहीं होने के करण वृद्धा को कोई जिला अस्पताल नहीं पहुंचाया। इधर यहां अस्पताल के भर्ती रेकॉर्ड में नाम नहीं होने के कारण बाद में आए डॉक्टरों ने भी उसकी तरफ झांका तक नहीं। आखिर में वृद्धा ने दम तोड़ दिया।
संजय नगर निवासी मृतका भानु साहू का नेहरू नगर चौक पर इडली दोसा की दुकान है। रोज की तरह सोमवार की सुबह घर से सामान लेकर दुकान के लिए निकली। घड़ी चौक पर ऑटो में बैठकर नेहरू नगर जा रही थी। सुपेला थाना के पास ऑटो पलट गया। पुलिस ने ऑटो में भानू सहित सवार छह लोगों को सुपेला अस्पताल में भर्ती कराया। भानू मोबाइल नंबर नहीं बता पाई, इस वजह से उनके परिजन से संपर्क नहीं हो सका।
दुकान नहीं पहुंची तब निकली तलाश करने
मृतका के बेटे तुलसीदास ने बताया कि उनकी मां १० बजे तक दुकान नहीं पहुंची। तब खोजबीन शुरू की। सुपेला थाना पहुंचे तब पता चला कि सुबह सड़क दुर्घटना हुई थी। घायलों को सुपेला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल पहुंचने पर देखा कि मेरी मां बिस्तर पर तड़प रही थी। शिकायत के बाद इंजेक्शन लगाया, लेकिन दम तोड़ दिया। समय पर इलाज करते तो उनकी मौत नहीं होती।
मौत के बाद मृतक के परिजन इलाज में डॉक्टरों की लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिए। वे अस्पताल के प्रवेश द्वार के सामने ही शव रखकर नाराजगी जताने लगे। दो चिकित्सकों की उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम और दोषियों के खिलाफ की कार्रवाई को मांग पर डेढ़ घंटे तक अड़े रहे। एसडीएम राजेश पात्रे ने उनकी मांग अनुसार दो चिकित्सकों से ही पोस्टमार्टम कराने और आर्थिक सहायता देने की बात कही, तब वे माने। डीएसपी श्याम सुंदर राव, सुपेला टीआई धर्मानंद शुक्ला, पार्षद भोजराज सिन्हा, दीपक रावना की मौजूदगी में पंचनामा हुआ। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
बेटे का आरोप डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया इसलिए चल बसी मेरी मां
मृतका के बेटे तुलसीदास साहू, बेटी रूकमणी बिसाई और मृतका के भाई हरिराम बिसाई ने आरोप लगाया कि मरीज ढाई घंटे तक तड़पती रही, लेकिन हॉस्पिटल स्टाफ ने ध्यान नहीं दिया। ब्लड प्रेशर तक जांच नहीं की। लापरवाही की वजह से उनकी मां की मौत हो गई। मामले में जो भी दोषी है। उसे सजा मिलनी चाहिए।
चिकित्सकों ने कहा अंदरूनी चोट थी इसलिए पता नहीं चला
सुपेला अस्पताल के प्रभारी डॉ बीपी तिवारी का कहना है कि मरीज भर्ती नहीं थी। इस वजह से दिक्कत हुई। जब मरीज अस्पताल पहुंची। तब स्थिति सामान्य थी। अंदरूनी चोट के बारे में नहीं पता चला। उनके बताए अनुसार एक्स-रे के लिए प्रीफर किया था। बाद में उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई।
जिम्मेदारों के बोल, ड्यूटी का समय समाप्त हो गया था, इसलिए मैं घर चला गया
डॉ. जलज गौतम का कहना है कि उनकी नाइट ड्यूटी थी। डायल ११२ सुबह ८.२२ बजे दुर्घटना से पीडि़त छह लोगों को लेकर अस्पताल पहुंची। प्राथमिक इलाज के बाद सभी को जिला चिकित्सालय के लिए रेफर किया। मेडिकल लीगल केस बनाया। जिनके परिजन अस्पताल पहुंच गए थे वेे घायलों को एंबुलेंस में लेकर चले गए। भानू के परिवार से कोई नहीं था। मैंने उसका बीपी चैक किया। सीने और कमर में दर्द की शिकायत की तो एक्स-रे के लिए प्रीफर किया। पर्ची को स्टॉफ को दिया। तब तक इंचार्ज डॉक्टर रूबि मरकाम आ गई थी। ड्यूटी का समय समाप्त हो गया था। इसलिए मैं घर चला गया।
मरीज का भर्ती रेकॉर्ड नहीं था और न ही मुझे स्टाफ ने बताया – सुबह पाली में ड्यूटी पर आने वाली डॉ रुबी मरकाम का कहना है मरीज भर्ती नहीं थी। इस वजह से उनका रेकॉर्ड नहीं था। किसी ने मुझे उसके बारे में जानकारी भी नहीं दी।
पुलिस को कराना था एक्स-रे
अस्पताल प्रभारी डॉ बीपी तिवारी कहना है कि चिकित्सक का दायित्व है कि पहले घायल का इलाज करे घायलों को पुलिस लेकर आई थी। परिजन नहीं थ,े तब एक्स-रे कराना और रिपोर्ट चिकित्सक को दिखाना, पुलिस का काम था।
अस्पताल प्रशासन झूठ बोल रहा है
सुपेला टीआई धर्मानंद शुक्ला का कहना है अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना नहीं दी। अस्पताल में परिजन ने हंगामा मचाया तब हमें दोपहर १२.३० बजे खबर मिली। इसके बाद हमने सड़क दुर्घटना की जानकारी ली। एसडीएम राजेश पात्रे ने बताया कि परिजन की मांग के अनुसार मैंने दो चिकित्सकों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराकर रिपोर्ट देने कहा है। जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा जाएगा।डीएसपी श्याम सुंदर शर्मा ने बताया कि पीडि़त पक्ष ने शिकायत की है। एमएलसी रिपोर्ट के अनुसार मामले की जांच होगी। जांच प्रतिवेदन के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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