scriptबच्चों को स्कूल क्यों भेजे? डीआईजी डांगी ने गिनाए तीन दर्जन से ज्यादा कारण | letter to parents written by DIG Dangi | Patrika News

बच्चों को स्कूल क्यों भेजे? डीआईजी डांगी ने गिनाए तीन दर्जन से ज्यादा कारण

locationभिलाईPublished: Jun 28, 2019 05:25:11 pm

Submitted by:

Komal Purohit

बच्चों की शिक्षा को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आईपीएस रतन लाल डांगी ने अभिभावकों के नाम पत्र लिखकर बच्चों को स्कूल भेजने तीन दर्जन से ज्यादा कारण गिनाए हैं। डीआईजी डांगी ने अपने संदेश में लिखा है कि देश के विकास के साथ ही हर क्षेत्र में भागीदारी निभाने बच्चों को स्कूल भेजना ही होगा।

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डीआईजी डांगी

भिलाई. बच्चों की शिक्षा को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं आईपीएस रतन लाल डांगी ने अभिभावकों के नाम पत्र लिखकर बच्चों को स्कूल भेजने तीन दर्जन से ज्यादा कारण गिनाए हैं। डीआईजी डांगी ने अपने संदेश में लिखा है कि देश के विकास के साथ ही हर क्षेत्र में भागीदारी निभाने बच्चों को स्कूल भेजना ही होगा, क्योकि बच्चे ही देश का भविष्य है और शिक्षित होकर वे देश के लिए नई दिशा तय करेंगे। उन्होंने कहा कि जीवन जीने के लिए भोजन के बाद अगर कुछ जरूरी है तो वह शिक्षा है। उन्होंने अभिभावकों ने कहा कि यदि वे बच्चों को अच्छा जीवन देना चाहते हैं, तो अपने बच्चों को बिना देरी किए नजदीकी स्कूल में प्रवेश कराएं। क्योंकि बिना शिक्षा के इंसान व जानवर में कोई फर्क नहीं रह जाता। ज्ञान ही वह सीढ़ी है जो बच्चों को शिखर तक ले जाती है।
बच्चों को स्कूल क्यों भेजना चाहिए?
* शिक्षा का नया सत्र शुरू हो रहा है, हर अभिभावक को अपने बच्चों को स्कूल भेजना ही चाहिए। क्योंकि
*क्या आप नहीं चाहते है कि आप व आपकी आने वाली पीढ़ी आत्मसम्मान के साथ जिए ?
*क्या आप नहीं चाहते है कि समाज व देश के विकास में उनकी भी भागीदारी हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि आपकी आने वाली पीढी का भी एक इतिहास हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि आनेवाले समय मे आपकी भी एक पहचान हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि आपके बच्चों की भी राजनीतिक सत्ता मे भागीदारी हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि आपके बच्चे भी व्यापार व्यवसाय करें,
*क्या आप नहीं चाहते है कि आने वाली पीढ़ी अंधविश्वास, पाखंड से मुक्त हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि आपके बच्चे विवेकशील, तर्कशील, वैज्ञानिक दृष्टिकोण वाले बने,
*क्या आप नहीं चाहते है कि वो परंपरा के नाम से,अंध श्रद्धा के नाम से हो रहे शोषण से मुक्त हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि आपकी आने वाली पीढ़ी भी शक्तिशाली व श्रेष्ठ बने,
*क्या आप नहीं चाहते है कि वो भी जड़ से चेतन बने,
*क्या आप नहीं चाहते है कि वो भी नये नये आविष्कार, शोध ,अन्वेषण व खोज करे,
*क्या आप नहीं चाहते है कि उनकी भी आत्मिक व आध्यात्मिक उन्नति हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि उनका भी वैयक्तित्व उन्नयन हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि उनकी भी यश,कीर्ति हो
*क्या आप नहीं चाहते है कि वो भी उन्नति के पथ पर आगे बढ़े,
*क्या आप नहीं चाहते है कि सामाजिक उन्नति व उत्थान हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि वो चरित्रवान व संस्कार वान हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि उनमें अच्छी आदतों का विकास हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि उनके विचारों में सकारात्मक परिवर्तन आए,
* क्या आप नहीं चाहते है कि वो जागरूक नागरिक बने,
*क्या आप नहीं चाहते है कि वो सामाजिक कुरीतियों के प्रति सचेत हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि वो भी अच्छे समाज के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएं,
*क्या आप नहीं चाहते है कि उनमें सामाजिक समस्याओं के प्रति तार्किक दृष्टिकोण विकसित हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि उनमें नये विचारों का सृजन हो,
* क्या आप नहीं चाहते है कि उनका भी सर्वांगीण विकास हो,
* क्या आप नहीं चाहते है उनको भी सामाजिक सम्मान प्राप्त हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि उनको भी राजनीतिक और आर्थिक शक्ति प्राप्त हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि वो भी व्यावसायिक रूप से निपूर्ण हो,
*क्या आप नहीं चाहते है कि सामाजिक पिछड़ापन दूर हो सामाजिक उन्नति हो,
* क्या आप नहीं चाहते है कि वो भी आत्मनिर्भर बने,
*क्या आप नहीं चाहते है कि वो भी समाज व राष्ट्र निर्माण में योगदान दे
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