script70 सालों से जो झूठ फैलाया जा रहा, उसकी सच्चाई जानना चाहते हैं देशवासी -पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ | Lie that has been spread for 70 years, people want to know the truth | Patrika News
भिलाई

70 सालों से जो झूठ फैलाया जा रहा, उसकी सच्चाई जानना चाहते हैं देशवासी -पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ

भारत के संविधान की मूल कॉपी बदली गई। दूरदर्शन का लोगों बदल दिया गया। यहां तक कि केन्द्रीय विद्यालय जैसे संस्थान को भी नहीं छोड़ा और उसके लोगो को भी धर्म से जोड़ दिया गया। 70 सालों में उन्होंने देश के लोगों को इतना डराया कि वे सच जानने की कोशिश भी ना करें।

भिलाईOct 20, 2019 / 11:17 pm

Satya Narayan Shukla

70 सालों से जो झूठ फैलाया जा रहा, उसकी सच्चाई जानना चाहते हैं देशवासी -पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ

70 सालों से जो झूठ फैलाया जा रहा, उसकी सच्चाई जानना चाहते हैं देशवासी -पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ

भिलाई@Patrika. भारत के संविधान की मूल कॉपी बदली गई। दूरदर्शन का लोगों बदल दिया गया। यहां तक कि केन्द्रीय विद्यालय (Indian Constitution)जैसे संस्थान को भी नहीं छोड़ा और उसके लोगो को भी धर्म से जोड़ दिया गया। (Bhilai patrika news) 70 सालों में उन्होंने देश के लोगों को इतना डराया कि वे सच जानने की कोशिश भी ना करें। पर अब इंटरनेट के युग में लोगों को सच से दूर नहीं रख सकते। यह बातें राष्ट्रवादी प्रवक्ता (Pushpendra Kulshrestha) पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने कही।
कला मंदिर में रविवार को हुए व्याख्यान में उन्होंने करीब 3 घंटे लगातार कई मुद्दों पर बेबाकी से अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि देश पर राष्ट्रपिता और बाल दिवस थोपे गए हैं। सरकार ने आने वाली पीढ़ी को सनातन धर्म से दूर रखने आर्टिकल 38 में शैक्षणिक संस्थाओं में धार्मिक शिक्षा पर पांबदी लगाई पर यह कानून मदरसों पर लागू नहीं किया।
संविधान के मूल स्वरूप से 30 तस्वीरें गायब
कुलश्रेष्ठ ने कहा कि भारत के संविधान की मूल कॉपी में बिना किसी को बताए, संसद में बहस कराए बगैर कई बदलाव कर दिए गए। कोलकाता के नंदलाल बोस स्केच आर्टिस्ट और शांति निकेतन के छात्रों ने जब इसका अध्ययन किया तो पता चला कि संविधान बनने के 5 साल बाद संविधान समिति ने उसके पृष्ठों के ऊपर छूटी हुई खाली जगहों में भारत की संस्कृति, यहां के महापुरुष, शहीदों की 30 तस्वीरें एप्रुव की थी और प्रथम पृष्ठ पर रामसीता संग हनुमान की तस्वीर रखी, पर ऐसा क्या हुआ कि सारी तस्वीरें हटा दी गई।
आजादी की तारीख भी गलत
उन्होंने कहा कि आजादी के बारे में भी पूरे देश से झूठ बोला गया कि बापू ने देश को आजादी 15 अगस्त के दिन दिलाई, लेकिन ब्रिटेन के संविधान की कॉपी के पहले पेज पर ही लिखा है कि 18 जुलाई 1947 भारत को डोमिनेट स्टेट का दर्जा दिया गया। साथ ही यह भी लिखा है कि भारत का संविधान गवर्नमेंट ऑफ इंडिया इंडिपेंडेट इंडिया के संविधान 1935 की प्रतिलिपि है। अजीबोगरीब स्थिति है। लोग प्रचारित करते हैं, इसे अंबेडकर ने बनाया। इसके लिए उन्हें अंबेडकर की लिखी किताब पढऩी चाहिए, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका बस चलता तो वे संविधान को आग लगा देते। उस वक्त की सरकार ने डॉ अंबेडकर को इस्तेमाल किया और किनारे कर दिया। वे केवल संविधान ड्राफ्टिंग समिति की चेयरमैन थे। संविधान को तैयार करने में बीआर राव की भूमिका थी। अंबेडकर के मानने वालों ने इस झूठ को जानबूझकर आगे बढ़ाया।
70 सालों से जो झूठ फैलाया जा रहा, उसकी सच्चाई जानना चाहते हैं देशवासी -पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ
सनातन होने पर गर्व महसूस कीजिए
उन्होंने कहा कि सतानत धर्म पांच हजार साल पुराना है। बाकी सब मजहब है। हमें गर्व होना चाहिए कि हम सनातन हमारे जीवन का हिस्सा है। हमारी संस्कृति में ही धरती और सूर्य को प्रणाम करने के संस्कार है और हम नदियों को भी पावन मां का दर्जा देते हैं। हमारे डीएनए में शौर्य के संग शांति है, हिन्दू चाहे तो हथियार उठा सकते है। क्योंकि हमारे हर देवी-देवता के हाथों में शस्त्र है, पर हमारे धर्म में हथियार चलाना और जेहाद नहीं सिखाया जाता।
दुनिया को बताएं कश्मीर मुद्दे पर देश साथ
उन्होंने कहा कि जिस कश्मीर को उन्होंने गुजरात से दूर रखा, आज उसी कश्मीर के मुद्दे को दो गुजराती हैंडल कर रहे हैं। छुपाकर नहीं बल्कि पूरी दुनिया को बताकर कर रहे हैं। अब सरदार पटेल को पूरा कश्मीर याद रखेगा, क्योंकि उनके जन्मदिन पर ही लेफ्टिनेंट गर्वनर चार्ज लेंगे। इस दिन सभी को घरों से बाहर आकर बताना चाहिए कि कश्मीर मामले में सरकार के साथ पूरा देश खड़ा है।
गुरु गोविंद सिंह के बेटों की शान में हो बाल दिवस
पुष्पेन्द्र ने कहा कि 70 साल से देश ऐसे शख्स के नाम पर बाल दिवस मनाता आ रहा है, जिनका बचपन कोई प्रेरणादायक नहीं रहा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है कि हमें गुरु गोविंद सिंह के बेटे जौरावत सिंह और फत्तेसिंह की शहादत का दिन बाल दिवस के रूप में मनाना चाहिए। जिन्होंने मात्र 9 और 6 वर्ष की उम्र में मुगल शासक के आगे झुकने की बजाए धर्म की खातिर कुर्बानी दी।
जनसंख्या नियंत्रण करने बनाए सख्त कानून

उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण करने देश में ऐसा कानून बनना चाहिए जिसमें अगर दो से ज्यादा बच्चे हों तो उनके मतदान के अधिकार छीन लेने चाहिए। धर्मांतरण पर भी उन्होंने कहा कि यह हमें समझना होगा कि आखिर ऐसा क्या है जो वे लोग आदिवासियों के बीच पहुंचकर उन्हें अपना बना लेते हैं। आदिवासी हमारे भाई है। हमें उनकी मदद करनी होगी तभी वे सनातन धर्म पर विश्वास रख सकेंगे।
Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter और Instagram पर ..ताज़ातरीन ख़बरों, LIVE अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.

Home / Bhilai / 70 सालों से जो झूठ फैलाया जा रहा, उसकी सच्चाई जानना चाहते हैं देशवासी -पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो