नई सरिया, क्लेम बीएसपी प्रबंधन ने मैत्रीबाग के हर बाड़े को मजबूत करने का काम तकरीबन पूरा कर लिया है। प्रयास यह है कि तमाम कोशिश के बाद भी कोई बाघ केज से बाहर निकलने में कामयाब न हो। पुरानी जाली को प्रबंधन सपोट देने के लिए नई सरिया व क्लेम लगा रहा है।
मछली देखकर लौट रहे थे पर्यटक
मछली देखकर लौट रहे थे पर्यटक
मैत्रीबाग में मौजूद दो बड़े बाड़े में करीब एक साल से बाघ को छोटे पिंजरे में बंद कर रखा गया था। इस बाड़े के २० फीसदी हिस्से में पानी है, जिसमें बाघ गर्मी के दिनों में आकर डूबे रहते हैं। इस पानी में मछलियां है, बाघ जब तक छोटे ङ्क्षपजरे में बंद थे, तब तक लोग इन मछलियों को देखकर ही लौट जाते थे। अब इसमें बाघ भी नजर आने लगा है।
बंगाल टाइगर अभी भी पिंजरे में
रोमा को जहां खुले बाड़े में प्रबंधन ने छोड़ दिया है। वहीं बंगाल टाइगर अभी भी पिंजरे में बंद है। इसके घेरे को मजबूत करने के लिए मैत्रीबाग प्रबंधन ने एक टीम लगा रखी है।
रोमा को जहां खुले बाड़े में प्रबंधन ने छोड़ दिया है। वहीं बंगाल टाइगर अभी भी पिंजरे में बंद है। इसके घेरे को मजबूत करने के लिए मैत्रीबाग प्रबंधन ने एक टीम लगा रखी है।
लॉयन को भी छोड़ा जाएगा बाड़े में
मैत्रीबाग के लॉयन का पिंजरा कमजोर हो गया था। जिसे नए घेरा बनाकर मजबूत किया जा रहा है। जल्द ही इसमें से एक लॉयन को बाड़े में छोड़ा जाएगा, इसके बाद दूसरे मादा को भी छोड़ दिया जाएगा। नर नहीं होने की वजह से इनकी संख्या में लंबे समय से इजाफा नहीं हुआ है।
मैत्रीबाग के लॉयन का पिंजरा कमजोर हो गया था। जिसे नए घेरा बनाकर मजबूत किया जा रहा है। जल्द ही इसमें से एक लॉयन को बाड़े में छोड़ा जाएगा, इसके बाद दूसरे मादा को भी छोड़ दिया जाएगा। नर नहीं होने की वजह से इनकी संख्या में लंबे समय से इजाफा नहीं हुआ है।