गांव वालों ने बताया कि गांव की जमीन पर एबीस कंपनी ने बड़ा उद्योग लगा रखा है, लेकिन यहां स्थानीय लोगों को नौकरी में कोई लाभ नहीं मिला। यहां काम करने वाले ज्यादातर लोग बाहरी हैं। स्थानीय लोगों को बिना कारण बताए नौकरी से निकाल दिया जाता है। उद्योग प्रबंधन की मनमानी पर शासन-प्रशासन का लगाम नहीं है। यहां एबीस कंपनी द्वारा स्कूल भी संचालित किया जा रही है। स्कूल खुलने से पहले गांव के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देने की बात हुई थी, लेकिन अब स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस लिया जा रहा है।
राज्य में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट हो गई है। आने वाले समय में चुनाव मैदान में उतरने वाले सभी राजनीतिक दल अपने घोषणा पत्र के साथ सामने आएंगे। ऐेसे में विधानसभा क्षेत्र की प्राथमिकताओं की पड़ताल करने पत्रिका समूह ने ‘जन एजेंडा 2018-23Ó के तहत मुहिम शुरू की है। राजनांदगांव में इसे लेकर बैठक का आयोजन किया गया। इंदामरा के ग्रामीण डुमेश वर्मा, सुरेश कुमार, विजय साहू, महेंद्र वर्मा, परमानंद वर्मा, सोनू कुमार, करण वर्मा, हिम्मत, सुरेश वर्मा, राजेंद्र वर्मा, रिनेश वर्मा, सेवक वर्मा, समारू, डाकेश्वर साहू, बिश्राम कंवर, केएल वर्मा, हेमंत कुमार व मुकीम अहमद ने इस बैठक में अपनी प्राथमिकताएं रखीं। बैठक में राज्य की खुशहाली और अपने विधानसभा क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं और जरूरतों पर चर्चा की गई।