scriptCM के गृह जिले में गरीबों की मदद के नाम पर सियासत, लॉकडाउन में भीड़ जुटाकर विधायक और महापौर बांट रहे राशन, विपक्ष नाराज | Lockdown: Durg MLA and Mayor distributed ration by gathering crowd | Patrika News

CM के गृह जिले में गरीबों की मदद के नाम पर सियासत, लॉकडाउन में भीड़ जुटाकर विधायक और महापौर बांट रहे राशन, विपक्ष नाराज

locationभिलाईPublished: Apr 05, 2020 04:31:03 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

विपक्षी दल भाजपा के पार्षदों ने विधायक अरुण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल पर जनसहयोग से जुटाई गई सामग्रियों के वितरण के बहाने राजनीति चमकाने का आरोप लगाया है। (Corona lockdown in chhattisgarh)

CM के गृह जिले में गरीबों की मदद के नाम पर सियासत, लॉकडाउन में भीड़ जुटाकर विधायक और महापौर बांट रहे राशन, विपक्ष नाराज

CM के गृह जिले में गरीबों की मदद के नाम पर सियासत, लॉकडाउन में भीड़ जुटाकर विधायक और महापौर बांट रहे राशन, विपक्ष नाराज

दुर्ग. कोरोना संकट में गरीबों को सहायता मुहैया कराने के नाम पर अब सियासत शुरू हो गई है। विपक्षी दल भाजपा के पार्षदों ने विधायक अरुण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल पर जनसहयोग से जुटाई गई सामग्रियों के वितरण के बहाने राजनीति चमकाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इसके लिए नगर निगम द्वारा वार्डवार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उनके माध्यम से सामग्री बंटवाने के बजाए विधायक, महापौर चार-चार वार्डों में भीड़ जुटाकर खुद सामग्रियों का वितरण कर रहे हैं। इसके चलते दूसरे जरूरतमंदों को समय पर सामग्री नहीं मिल पा रहा है।
विधायक अरुण वोरा ने इसे विपक्ष की छोटी मानसिकता करार दिया है। उनका कहना है कि ऐसे मौकों पर सबको मिलकर काम करना चाहिए, वे भी सामग्री वितरण के लिए आएं उन्हें किसी ने रोका नहीं हैं। कोरोना संकट को देखते हुए लॉकडाउन के कारण पूरे प्रदेश में रोजगार की इकाईयां बंद हैं। ऐसे में आर्थिक तंगी के कारण जिन परिवारों के पास राशन कार्ड नहीं है उन्हें राशन सामग्रियों का संकट झेलनी पड़ रहा है। निगम ऐसे परिवारों को चिन्हित कर जनसहयोग से सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा है। विधायक व महापौर की अगुवाई में दो दिन पहले इन परिवारों को सामग्री वितरण शुरू किया। हर दिन 4-4 वार्डों का क्रम बनाए है। पार्षदों को एकमुश्त के बजाए केवल 4-4 वार्डों में सामग्री वितरण पर आपत्ति है।
विपक्ष का सवाल जरूरत सबको तो केवल चार वार्ड किस लिए
नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने 4-4 वार्डों में किस्तों में सामग्री वितरण पर सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि गरीब सभी वार्ड में है और अनाज की जरूरत सबको है। ऐसे में तत्काल सामग्री उपलब्ध कराने के बजाए 4-4 वार्डों की बंदिश किसलिए लगाई जा रही है। निगम में पर्याप्त कर्मचारी है, उन्हें लगाकर एक साथ सभी वार्डों में सामग्री वितरित कराई जा सकती है।
सत्तापक्ष का जबाव संकट में सियासत नहीं सहयोग के लिए आएं
इधर मामले में विधायक अरुण वोरा का अलग ही तर्क है। उनका कहना है कि संकट की घड़ी में किसी भी कार्य को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। इसकी जगह सबको सामने आकर जरूरतमंदों को सहायता उपलब्ध कराया जाना चाहिए। विपक्ष के नेताओं को भी आगे आना चाहिए और जरूरतमंदों तक सामग्री पहुंचाने में मदद करनी चाहिए।
एमआईसी में विधायक की मौजूदगी पर भी सवाल
वि पक्ष के नेताओं ने नगर निगम की मेयर इन काउंसिल की बैठक में विधायक अरुण वोरा की मौजूदगी पर भी सवाल खड़ा किया है। महापौर कक्ष में एक दिन पहले पार्षद निधि के उपयोग को लेकर काउंसिल की बैठक की गई। इसमें विधायक की मौजूदगी वाले फोटोग्राफ्स सामने आए थे। हालांकि इस पर सत्ता पक्ष पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि विधायक बैठक के बाद महापौर कक्ष में आए थे।
जानिए किसने क्या कहा
नेता प्रतिपक्ष ननि दुर्ग अजय वर्मा ने कहा कि सरकार ने पार्षदों की अहमियत बढ़ाने की जिस मंशा से पार्षदों द्वारा प्रत्यक्ष प्रणाली से महापौर का निर्वाचन कराया, उसकी पूरी तरह धज्जियां उड़ाई जा रही है। महापौर पूरी तरह विधायक के शरणागत हैं। विधायक की राजनीति चमकाने भीड़ जुटाकर किस्तों में सामग्री बांटी जा रही है। जबकि तत्काल सहायता के लिए सामग्री दी है। विधायक दुर्ग अरूण वोरा ने कहा कि गरीबों को सहायता मुहैया कराना सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए, इसमें राजनीति कोई विषय नहीं है। नेता प्रतिपक्ष के वार्ड में भी गरीबों को सामग्री वितरण किया गया। उन्हें भी इसके लिए बुलावा भेजा गया, लेकिन वे कहीं और गए हुए थे। सामग्री वितरण में शामिल होने के लिए किसी को रोका नहीं जा रहा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो